देवत्व के आगमन का प्रतीक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

गुरुवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग प्रशिक्षण केंद्र पथरिया जाट शाखा द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी एवं राधा कृष्ण की झांकी के कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इस दौरान बीके पार्वती ने श्री कृष्ण के जीवन का आध्यात्मिक स्वरूप स्पष्ट करते हुए कहा कि श्री कृष्णा हमें सदा निश्चिंत रहने का संदेश देते हैं उन जैसा खुश और खुशी बांटने वाला संसार में और कोई नहीं श्री कृष्ण ने खेल-खेल में सारी लीलाएं की हैं और सभी को यह संदेश दिया कि परीक्षाएं आती हैं हमारी उन्नति के लिए उनसे परेशान होने के बजाय युक्ति युक्त होकर उनका सामना करना चाहिए । परमात्मा जो हमें श्रीमत देते हैं उस श्रीमत का हमें पालन करना चाहिए। तत्पश्चात ब्रह्माकुमारी कामिनी ने कहा कि वसुधा पर देवत्व के आगमन का प्रतीक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है। इसलिए यह पर्व सभी धूमधाम से मनाते हैं । कार्यक्रम के अंत में श्री राधा कृष्ण की आरती की गई और सभी को प्रसाद वितरण कियागया ।