धार्मिक आस्था से जुड़ी झील की समीक्षा

स्मार्ट सिटी सभाकक्ष में बुधवार को विधायक शैलेन्द्र जैन ने नगर निगम आयुक्त सह कार्यकारी निदेशक सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड राजकुमार खत्री के साथ लाखा बंजारा झील कायाकल्प कार्यों की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि सागर के रहवासियों की जनभावनाओं, धार्मिक आस्था से जुड़ी यह झील सागर ही नहीं प्रदेश और देश के महत्वपूर्ण जल स्रोतों में से एक है भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई बार इस झील का जिक्र अपने वक्तव्य में किया है जल्दी ही मुख्यमंत्री मोहन यादव के करकमलों द्वारा इस ऐतिहासिक झील के नये मनोहारी स्वरूप का लोकार्पण कराने का प्रयास हम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कायाकल्प के बाद इस सुंदर झील का यह स्वरूप हमेशा बना रहे और इसका रखरखाव बेहतर ढंग से किया जा सके इसके लिए रिवेंन्यु मॉडल तैयार करें। ताकि रखरखाव के छोटे मोटे कार्यों हेतु पर्याप्त धनराशि उपलब्ध रहे। उन्होंने झील कायाकल्प और सौन्दर्यीकरण के सभी कार्यों की विस्तार से जानकारी ली और शेष छोटे मोटे फिनिशिंग के कार्यों को तत्काल पूरा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि झील के शेष कार्यों सहित पाथ-वे, घाट, गार्डन आदि की साफ सफाई, रेट्रोफिटिंग, टूटफूट को पुनः दुरुस्त करने के कार्य, लाइटिंग, प्लांटेशन आदि कार्यों को पूरी तरह फिनिश करायें। उन्होंने कहा कि झील किनारे ओपन जिम उपकरण अलग-अलग चयनित स्थलों पर लगाएं ताकि चारों ओर से घूमने आने वाले आगंतुक स्वास्थ्य लाभ ले सकें। घाटों पर विभिन्न स्थलों पर आवश्यकतानुसार चाइल्ड स्टेप सीढ़ियों का निर्माण करें इससे बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे सुगमता से घाट पर उतर चढ़ सकेंगे। उन्होंने कहा की नाला टैपिंग से बहकर आने वाले ग्रेवाटर को वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में ट्रीट कर झील किनारे लगाये गये पौधों की सिंचाई हेतु ड्रिप एरीगेशन में उपयोग करें और शेष बचे ट्रीटेड वॉटर को मोंगाबंधान में छोड़े। उन्होंने कहा कि झील सागर की धरोहर है और इसे सुरक्षित रखना शासन प्रशासन के साथ ही प्रत्येक नागरिक की संयुक्त जिम्मेदारी है। झील किनारे सभी रहवासी अपने आस-पास के क्षेत्र की देखरेख करें और किसी भी प्रकार की अनैतिक या तोड़फोड़ की गतिविधि होने पर तत्काल सूचित करें। निगम प्रशासन और ठेकेदार एजेंसी झील की सुरक्षा और साफ-सफाई सुनिश्चित करने हेतु पर्याप्त संख्या में सुरक्षागार्ड और सफाईकर्मी तैनात करें।

बैठक में नगर निगम प्रशासन, सागर स्मार्ट सिटी के इंजीनियर्स, अधिकारी और ठेकेदार एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।