सागर सांसद डॉ. लता गुड्डू वानखेड़े ने पद्मश्री रामसहाय पांडे जी के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे लोक नृत्य विशेषतः राई नृत्य के क्षेत्र की अपूरणीय क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि पांडे जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन राई नृत्य के अभ्यास, प्रदर्शन और इसे मान-सम्मान दिलाने में समर्पित कर दिया। उनके अथक प्रयासों से राई नृत्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।
भारत सरकार ने उनके इस अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया था। डॉ. वानखेड़े ने कहा कि अत्यंत सरल, विनम्र और दृढ़ इच्छाशक्ति वाले पांडे जी ने सामाजिक मान्यताओं की परवाह किए बिना इस लोकनृत्य को ऊंचाई प्रदान की। उनकी यह विरासत सदा प्रेरणा देती रहेगी और उन्हें सदैव स्मरण किया जाएगा।

