सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने अंतर-संसदीय संघ (IPU) की ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए आतंकवाद के खिलाफ देश की सख्त नीति को दुनिया के सामने रखा।
उन्होंने कहा कि एडवांस टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के दुरुपयोग से आतंकवाद और घातक हो गया है।
डॉ. वानखेड़े ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “जीरो टॉलरेंस” नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा मानता है। उन्होंने पांच स्तरीय रणनीति सुझाई:
1. AI और साइबर सुरक्षा पर नियंत्रण,
2. तकनीकी कंपनियों से सहयोग,
3. वैश्विक खुफिया साझेदारी,
4. नैतिक AI विकास,
5. आतंकवाद विरोधी प्रयासों में AI का सकारात्मक उपयोग।
उन्होंने वैश्विक नेताओं से अपील की कि वे AI के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त नीति बनाएं। उनका भाषण भारत की वैश्विक नेतृत्व की दिशा में एक मजबूत कदम माना गया।

