▫️”अपनों सागर” में आयुक्त का अद्भुत प्रशासनिक कौशल.

पिछले 10 दिनों के भीतर स्मार्ट सिटी सागर में तीन बड़े-बड़े चल समारोह निकाले गए ,जिनमें हजारों की संख्या में नागरिक शामिल हुए और जगह-जगह उनका स्वागत किया गया. इस दौरान नगर निगम के सफाई मित्रों द्वारा चल समारोहों के पीछे-पीछे चलकर मार्गों की तुरंत सफाई कर मार्गों को पूर्वत स्वच्छ कर दिया गया, जो शायद नगर में पहली बार हुआ. सागर नगर निगम में आयुक्त का पद संभालते ही राजकुमार खत्री ने अपने अद्भुत प्रशासनिक कौशल का परिचय दिया, और शहर में कई नवाचार स्थापित किए.

“अपनों सागर” एक ऐसा नवाचार साबित हो रहा है जिससे शहरवासी जुड़ रहे हैं शहर को अपना समझ रहे हैं. शहरवासियों के साथ साथ निगम के सफाई मित्रों का “अपनों सागर” नवाचार में अद्भुत जुनून देखने को मिल रहा है. अब शहर में यह नई परम्परा स्थापित हो गई है की प्रत्येक जुलूस के साथ निगम सफाईमित्रों का जूनून भी देखने मिलने लगा है, क्योंकि इसके पहले भी चल समारोह निकलते थे और बाद में सफाई होती थी लेकिन “स्वच्छता की गागर- अपनों सागर” अभियान के अंतर्गत की गई सफाई की विशेषता यह रही कि चल समारोह के पीछे-पीछे सफाई करते हुए सफाई मित्रों द्वारा लगभग एक घंटे के भीतर जुलूस मार्ग की सड़कों को साफ-स्वच्छ चकाचक किया जाता है. इस पहल का नागरिकों ने स्वागत किया है और आयुक्त के प्रशासनिक कौशल को धन्यवाद दे रहे हैं.

“योजनाबद्ध तरीके से की गई सफाई”

हनुमान जयंती चल समारोह के दौरान तुरंत सफाई की योजना नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री द्वारा पहले से बना ली गई थी इसके लिए समस्त जोनों से सफाई मित्र निकालकर उन्हें इस अभियान में लगाया गया जो पूरे सफाई उपकरणों के साथ पोशाक में जुलूस के साथ-साथ पीछे चल रहे थे और सफाई के दौरान निकलने वाले कचरे को तत्काल उठाने के लिए रैम की कंपनी की गाड़ियां भी सफाई मित्रों के साथ थीं ताकि सफाई के दौरान निकले कचरे को तुरंत गाड़ी में डाल दिया जाए.

“फूलों को बोरो में प्रथक से एकत्रित किया गया”

चल समारोह के दौरान नागरिकों द्वारा जगह-जगह की गई फूलों की बारिश के पश्चात सड़कों पर फैली फूलों की पंखुड़ियां को सफाई के दौरान पृथक से एकत्रित किया गया, और उन्हें एम एस डब्ल्यू प्लांट भेजा गया ताकि उससे खाद बनाई जा सके.

“रथों के घोड़ों की लीद तत्काल साफ”

जुलूस में कई रथ भी शामिल रहते हैं. इन रथ के हाथी घोड़ों द्वारा भी मलत्याग आदि कर मार्ग में लीद कर दी जाती है इसे भी तत्परता से उठाकर कचरागाड़ी में डाल दिया जाता है जिससे साफ स्वच्छ रोड पर जुलूस निकल सके और सफाई के साथ-साथ जुलूस में शामिल लोगों को भी स्वच्छ जगह पर चलने में सहजता होती है.

“एक हकीकत ये भी”

किसी महिला की गिरी पायल को सागर निगम के स्वच्छता कर्मचारियों ने ईमानदारी का परिचय देते हुए सम्मानपूर्वक इसे लौटाया. यह घटना सामान्य है पर मानवता का नेक उदाहरण है अतः ऐसे प्रयासों की सराहना होनी चाहिए…