वर्तमान युग डिजिटल का युग है, जिसमें हर कार्य लगभग डिजिटल माध्यम से संचालित होने लगा है, इस बदलते परिवेश में भारत जैसे ग्रामीण प्रधान देश के विकास के लिए डिजिटल सेवाओं को ग्रामों और छोटे शहरों तक पहुंचाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। इसी दिशा में सागर सांसद डॉ. लता गुड्डू वानखेड़े ने केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर सागर में हिंदी कॉल सेंटर एवं बीपीओ की स्थापना के लिए मांग पत्र सौंपा है।
◾️यह कॉल सेंटर एवं बीपीओ न केवल हिंदी भाषी ग्राहकों को उनकी भाषा में उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करेगा.
◾️स्थानीय युवाओं, विशेषकर महिलाओं के लिए रोजगार और कौशल – विकास के नए अवसर प्रदान करेगा.
सांसद वानखेड़े ने मंत्री जी को अवगत कराया कि सागर जैसे शहर में हिंदी कॉल सेंटर एवं बीपीओ की स्थापना से डिजिटल सेवाओं के संतुलन को बेहतर बनाया जा सकता है.
इसके माध्यम से न केवल ग्रामीण और छोटे शहरों के लोगों को लाभ मिलेगा, बल्कि आईटी और बीपीओ सेक्टर का विकेंद्रीकरण भी संभव होगा।
यह पहल डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी। स्थानीय विकास और रोजगार सृजन का केंद्र बनेगा ।
सागर मध्यप्रदेश के केंद्र में स्थित एक प्रमुख शहर है, जो भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे बड़े शहरों से रेल और सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है, इस क्षेत्र में डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान हैं, जहां से हर वर्ष बड़ी संख्या में योग्य और प्रशिक्षित स्नातक निकलते हैं इसलिए यह पहल इन युवाओं के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर प्रदान करेगी।
सांसद वानखेड़े ने मंत्री जी को बताया कि कॉल सेंटर एवं बीपीओ की स्थापना के लिए एक आधुनिक और सुविधाजनक परिसर स्थापित किया जाए, जिसकी प्रारंभिक क्षमता 1000 कर्मचारियों की होगी, इसे भविष्य में 2500 तक बढ़ाया जा सकता है, यह परियोजना सागर और आसपास के क्षेत्रों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 10,000 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करेगी। महानगरों की तुलना में सागर में संचालन की लागत कम होने के कारण यह परियोजना आईटी और बीपीओ कंपनियों को छोटे शहरों में निवेश करने के लिए आकर्षित करेगी। साथ ही यह परियोजना महिलाओं और युवाओं को डिजिटल और ग्राहक सेवा के क्षेत्र में प्रशिक्षित करने का एक सशक्त माध्यम बनेगी।
सेंटर खुलने से पढ़ने वाले सामाजिक और आर्थिक प्रभाव के बारे में उन्होंने मंत्री जी को बताया कि महिला और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने से उनका आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण होगा। इस परियोजना से सागर और आसपास के क्षेत्रों से होने वाले पलायन में भी कमी आएगी। साथ ही स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियां बढ़ने से क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी।
मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस परियोजना की संभावनाओं को ध्यानपूर्वक सुना और इसके महत्व को समझा। उन्होंने इस पहल की सराहना की।

