चार एकड़ में तैयार हुआ सोलर पैनल पार्क आत्मनिर्भरता के लिए बढ़ते कदम.
सागर शहर की जीवनदायिनी लाइफ लाइन कही जाने वाली राजघाट बांध परियोजना पर निवार्ध रूप से पेयजल सप्लाई किए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोलर ऊर्जा योजना के माध्यम से एक मेगावाट का प्लांट तैयार किया गया है, जिससे प्रतिवर्ष 3 करोड़ रुपए से अधिक की बिजली का उत्पादन होगा. नगर निगम को प्रतिमाह 20 लाख रुपए से अधिक के बिजली बिल की बचत होगी.
कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के द्वारा सोलर ऊर्जा को प्रोत्साहन देने एवं प्रदूषण को कम करने के लिए सोलर पैनल ऊर्जा योजना एवं सूर्य घर योजना तैयार की गई है. इसी के तहत सागर की लाइफ लाइन राजघाट बांध परियोजना में 500 -500 किलो वाट के सोलर पैनल लगाए गए हैं जिससे प्रतिदिन 4000 से 5000 यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. उन्होंने बताया कि सोलर प्लांट लगाने के लिए स्मार्ट सिटी सागर के माध्यम से राशि स्वीकृत की गई थी. राशि स्वीकृत होने के बाद कार्य प्रारंभ हुआ और राजघाट बांध पर उपलब्ध 4 एकड़ भूमि पर यह प्लांट तैयार किया गया है.
उन्होंने बताया कि नगर निगम कमिश्नर चंद्रशेखर शुक्ला के द्वारा नगर निगम इंजीनियर रामाधार तिवारी, स्मार्ट सिटी के इंजीनियर अभिषेक सिंह राजपूत, नव करणीय ऊर्जा विभाग के अधिकारी हेमंत गोयल के द्वारा लगातार मॉनिटरिंग करते हुए यह कार्य समय सीमा में पूर्ण हुआ है और इसका शुभारंभ भी किया गया है. इंजीनियर रामाधार तिवारी ने बताया कि यह सोलर प्लांट लगने से नगर निगम को प्रतिमाह 20 लाख रुपए की बिजली बिल की बचत होगी. उन्होंने बताया कि 20 लाख रुपए की बचत के साथ-साथ राजघाट से की जाने वाली पेयजल सप्लाई भी निरंतर रूप से जारी रहेगी.
स्मार्ट सिटी के इंजीनियर अभिषेक सिंह राजपूत ने बताया कि स्मार्ट सिटी के द्वारा राशि स्वीकृत होने के बाद कार्य पूरा कराया गया. इस कार्य को गुजरात की माधव टेक्नोलॉजी कंपनी के द्वारा किया गया है. इस सोलर प्लांट में कंपनी के द्वारा सोलर प्लेट की 25 वर्ष एवं इनवर्टर की 10 वर्ष की गारंटी रहेगी. नवकरणीय ऊर्जा विभाग के हेमंत गोयल ने बताया कि चार एकड़ की सोलर प्लांट स्थल पर दो तड़क चालक लगाए गए हैं जो कि 108 -108 मीटर की दूरी को कवर करेंगे और किसी भी प्रकार की आसमानी बिजली से सुरक्षा करेंगे. माधव टेक्नोलॉजी गुजरात के अमित पटेल ने बताया कि इस प्लांट में 1500 -1500 की 3000 प्लेट लगाई गई हैं एक प्लेट की लंबाई चौड़ाई 2 मीटर बाय 1 मीटर है. उन्होंने बताया कि एक प्लेट 335 बाट की बिजली का उत्पादन करेगी.
उन्होंने बताया कि ब्लूटूथ के माध्यम से मोबाइल पर रीडिंग देखी जा सकेगी. प्रत्येक इनवर्टर एवं ट्रांसफार्मर में दो-दो सिमें लगाई गई हैं. उन्होंने बताया कि इस सोलर प्लांट का 5 वर्ष तक रख रखाव कंपनी के द्वारा किया जाएगा. सोलर प्लांट पर फायर सेफ्टी की भी समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई गई हैं और फायर सेफ्टी से संबंध यंत्र भी लगाए गए हैं.
कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि सागर परियोजना का नाम सागर स्मार्ट सिटी सोलर प्रोजेक्ट (1) मेगावाट कार्य परियोजना की लागत – 6.28 करोड़ से कराया गया. जिसमें क्रियान्वयन एजेंसी नवकरणीय ऊर्जा विभाग के माध्यम से प्रस्तावित की गई.
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