भारत पूरे विश्व में एक मात्र ऐसा राष्ट्र है, जहां नारी शक्ति का सम्मान पुरुषों से ज्यादा होता है. भारत में नारी शक्ति को प्रधानता है, यही हमारी परंपरा है. भारत देश के अलावा शायद ही कोई ऐसा राष्ट्र हो, जिसे मां के स्वरूप में पूजा जाता हो. वैसे भी शास्त्रों में लिखा है कि जहां नारी का सम्मान होता है, वहीं प्रभु का वास होता है. यह बात विधायक शैलेंद्र जैन ने आपस वेलफेयर फाउंडेशन के सेमीनार के दौरान कही.
सोमवार को शहर के सहोद्रा बाई पॉलिटेक्निक कॉलेज में आपस वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा महिला दिवस सप्ताह के तहत सेमीनार का आयोजन किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सागर विधायक शैलेंद्र कुमार जैन एवं श्रीमती अनुश्री जैन उपस्थित थे. सेमीनार को संबोधित करते हुए विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि एक समृद्ध, संपन्न, और स्वावलंबी भारत के निर्माण में हम सभी को मिलकर प्रयास करना है, तभी हमारा भारत देश विश्व गुरु की दिशा में आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि आज जिस कॉलेज में हम यह कार्यक्रम कर रहे हैं, उस कॉलेज का नाम भी वीरांगना सहोद्रा बाई के नाम पर है. यह वीरांगना वही नायिका हैं, जिन्होंने आजादी की लड़ाई के समय राष्ट्रीय ध्वज को कभी झुकने नहीं दिया. 15 अगस्त 1947 को देश के आजाद होने के बाद भी भारतवर्ष का कुछ हिस्सा जिसमें पांडिचेरी, दमन, गोवा आदि पुर्तगाली और फ्रेंच के अधीन थे, उस दौरान गोवा की लड़ाई में सहोद्रा बाई ने वीरता दिखाते हुए राष्ट्रीय ध्वज को गिरने के पहले ही थाम लिया, दो गोली लगने और घायल होने के बावजूद भी वे विरोधियों के सामने नहीं झुकीं, सहोद्रा बाई नारी शक्ति का प्रतीक थीं.
सनातन संस्कृति में नारी सम्माननीय
विधायक जैन ने कहा कि आज का कार्यक्रम नारी शक्ति के सम्मान में है. यह वही देश है, जिसमें नारी शक्ति को प्रमुखता के साथ स्थान दिया गया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारे पुराणिक धार्मिक ग्रंथ हैं. आप आराध्य की बात करते हैं, तो उनके नाम के पहले ही अर्द्धांगिनीयों का नाम भी जोड़ा गया है. जैसे भगवान सीता राम, राधे कृष्ण, गौरी शंकर, इन्हीं से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारे सनातन संस्कृति में नारी का क्या सम्मान है.
कार्यक्रम के दौरान आपस वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष प्रीति सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में बताते हुए कहा कि बच्चों का सर्वांगीण विकास ही हमारा मकसद है, इसलिए बच्चों को सुरक्षा, फिटनेस और सेल्फ डिफेंस के बारे में बताया जाएगा. कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य वाय पी सिंह ने भी आपने विचार व्यक्त किए.
कार्यक्रम में लीगल राइट्स काउंसल, इंडिया की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती अनु शैलेंद्र जैन, लवली सोनी जैन, जान्हवी मुखारिया, सुरभि पारिख समेत शिक्षकगण व बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.