नीम लगाओ पर्यावरण बचाओ विचार का शुभारंभ

विचार समिति द्वारा नीम लगाओ, पर्यावरण बचाओ अभियान का शुभारंभ दिनांक 2 दिसंबर 2023 को विचार कार्यालय परिसर में किया गया.

समिति द्वारा 50 हजार पौधे लगाना का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 22,500 पौधे मंगलगिरी में तैयार किए गए हैं और पौधे तैयार किए जा रहे हैं. इस अभियान के तहत प्रत्येक व्यक्ति को 10 नीम के पौधे दिए जायेंगे, इन पौधों का समयानुसार निरिक्षण किया जायेगा जिसमें जिसके पौधे सबसे अच्छी तरह विकास करेंगे उनको समिति द्वारा पुरस्कार भी दिया जायेगा.

समिति अध्यक्ष कपिल मलैया ने बताया कि आक्सीजन की कमी हो रही है, बीमारियां बढ़ रही हैं, कई शहरों में तो पर्यावरण बहुत ज्यादा दूषित हो गया है.

पेड़ कैसे लगायें :

नीम का पेड़ बहुत मजबूत होता है लेकिन लगता बड़ी मुश्किल से है. एक बार तीन-चार फीट का हो गया तो फिर मरता नहीं है। उन्होंने बताया कि 10 पौधे एक व्यक्ति को दिए जायेंगे और उनकी जिम्मेदारी रहेगी ये पेड़ लगाना है और उनका रखरखाव करना है. दो माह बाद समिति उनका निरीक्षण करेगी. यदि पेड़ों को अच्छे से रखा है तो एक स्टील की प्लेट दी जाएगी जिसमें वृक्ष मित्र का नाम लिखा होगा. 10 पेड़ों को जमीन पर नहीं लगाना है इनको गमले या डिब्बे में लगाना है और इनको बड़ा होने दीजिए. छह माह बाद इनको जमीन पर लगाया जाएगा.  दो साल तक हर छह माह में समिति द्वारा सर्वे किया जाएगा जिसमें पेड़ की स्थिति की जांच होगी.

जिनके सबसे अच्छे पेड़, वो होंगे सम्मानित :

इसी आधार पर जिनके सबसे अच्छे पेड़ हैं उनको 21 दिसंबर 2025 को सम्मान समारोह के दौरान सम्मानित किया जाएगा. जिसमें प्रथम पुरस्कार फ्रिज, द्वितीय पुरस्कार टीवी, तृतीय पुरस्कार आटा चक्की, चतुर्थ पुरस्कार मिक्सी (25 संख्या), पंचम पुरस्कार मिलटन वाटल (50 संख्या), सांत्वना पुरस्कार लंच बाक्स (50 संख्या) रहेगा. हालाकि यह पुरस्कार बहुत छोटे हैं लेकिन ऐसे प्रोजेक्ट का उद्देश्य लोगों के मन में पर्यावरण के प्रति प्रेम उत्पन्न करना है.

मार्गदर्शक हरगोविंद विश्व ने नीम के फायदे बताते हुए कहा कि नीम का पेड़ बहुत गुणकारी है. इसकी पत्तियों, फल और छाल से तरह-तरह की दवाइयाँ बनती हैं. नीम की दातून दाँतों को स्वस्थ रखती है. सुबह उठकर नीम का सेवन करना चाहिए.

विचार समिति सदस्य हाकम सिंह लोधी ने बताया कि एक वृक्ष 10 पुत्र के समान है. इस पौधे को तैयार करने के लिए पहले देशी खाद से मिट्टी तैयार की फिर बीज डालने के बाद पानी दिया और तीन माह की देखरेख से यह पौधा दो फुट का तैयार हो गया.

कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता अरिहंत, विनय मलैया, नितिन पटैरिया, अखिलेश समैया, राजकुमार नामदेव, शफीक भाई ने भी अपने विचार रखे.

इस अवसर पर प्रीति मलैया, दीप्ति चंदेरिया, कौशल पहलवान, विनय जैन, नीलेश जैन, एड. रश्मि ऋतु जैन, अनीता जैन, क्षमा जैन, नवीन सोनकर, आलोक जैन, ममता अहिरवार, नीलू सागर, संगीता प्रजापति, अंजली पटैल, सुषमा पटैल, अरविंद जैन, अरूण सिंघई, ममता पटैल आदि उपस्थित थीं.