⚡️तामसिक आकर्षण से दूर रहने पर हुई चर्चा

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी सागर सेंटर में कैंसर दिवस पर कैंसर के प्रति जागरूकता और बचाव हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सागर के विशिष्ट चिकित्सक- डॉ. सुशील गौर (एम.बी.बी.एस, एम.डी.) तथा डॉ. साधना मिश्रा जी (एम.एस. स्त्री रोग विशेषज्ञ,) उपस्थित रहे.


डॉ. सुशील गौर ने बताया कि कैंसर कई प्रकार के हो सकते हैं. आज सभी उम्र के व्यक्तियों में इसका जोखिम देखा जा रहा है. विश्व कैंसर दिवस मनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को लेकर जागरूकता फैलाते हुए रोग के संकतों को पहचानने के लिए जानकारी देना है. प्लास्टिक की बोतल में भरा पानी, प्लास्टिक की पन्नी में पैक चाय, कई तरह के खाद्य पदार्थ ,प्लास्टिक की कटोरी, चम्मच, प्लेट्स में भी खाना सेहत को नुकसान पहुंचाता है. बता दें, व्यक्ति अपनी दिनचर्या, रहन-सहन में बदलाव करके, नियमित जांच और इस बीमारी के शुरूआती लक्षण को पहचान कर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को मात दे सकता है.

डॉ साधना मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में महिलाओं में कैंसर की बीमारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जिसका इलाज यही है कि समय समय पर जब भी हमें लगे कि हमारे स्तन में या सर्विक में किसी भी प्रकार का दर्द महसूस हो रहा है या कोई गांठ दिखाई देती है तो तुरंत डॉ. को जरूर दिखाएं. इलाज से हम इस बीमारी को जीत सकते हैं. कुछ टेस्ट हैं जो सागर में उपलब्ध हैं जिनका हम लाभ ले सकते हैं.


 “आत्मिक शक्ति शारीरिक कमजोरी को नष्ट करती हैं” – ब्रह्माकुमारी छाया दीदी


मानसिक कमजोरी का कारण है तामसिक आकर्षण जैसे (शराब पीना, तम्बाकू, बीड़ी-सिगरेट आदि का नशा करना,) मन को गलत करने के लिए प्रेरित करते हैं. इन बुराइयों के आकर्षणों को दूर करने के लिए हमें अपने आत्मिक स्वरूप को जानना होगा. खुश रह कर अपने शरीर की कोशिकाओं में अच्छे हार्मोन्स को बढ़ा सकते है इसलिए बीमारी की चिंता न कर बल्कि सकारात्मक विचारों का सृजन करें. यदि हमारा ध्यान गलत जगह होगा तो मन की शक्ति गलत कार्य करेगी. इस दुनिया में जहां बुरे बनने के अनेक प्रलोभन प्रतिदिन देखने को मिलते हैं. वहां हमें अपने सत्य स्वरूप को बनाए रखना बड़े साहस का काम है. अतः आत्मिक शक्ति द्वारा हम अपनी किसी भी बुरी आदत को बदल सकतें हैं. तो निश्चय कर लें कि शक्तियां बुरी आदतों में नहीं, हमारे ही मन में हैं. आत्मिक ज्ञान से हमें अपनी मानसिक शक्ति को शक्तिशाली बना कर शारीरिक कमजोरी को दूर कर निरोगी बनाना हैं.

ब्रह्माकुमारी नीलम बहन ने सभी को मेडिटेशन कराया.

सभी ने संकल्प किया कि हम “बीमारी के प्रति जागरूक रहेंगे और दूसरों को जागरूक करेंगे”.

इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहन,ब्रह्माकुमारी खुशबू बहन एवं नगर के नागरिक जन उपस्थित रहे.