हर घर तिरंगा अभियान का पखवाड़ा शुरू

मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशों के अनुसार मध्यप्रदेश में “हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता, स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग” अभियान तीन चरणों में चलाया जायेगा, जिसमें सागर जिले में सभी विभाग के विभाग अधिकारी कर्मचारी अक्षरश: पालन करते हुए करेंगे । उक्त निर्देश कलेक्टर संदीप जी आर ने दिए। 

कलेक्टर संदीप जी आर ने बताया कि प्रथम चरण में 3 से 8 अगस्त तक देशभक्ति के वातावरण का जागरण तथा तिरंगे पर केन्द्रित सार्वजनिक कार्यक्रम, चर्चाएँ आयोजित की जाएंगी। साथ ही तिरंगा से प्रेरित कला, तिरंगा प्रदर्शनी का प्रदर्शन, तिरंगा रंगोली, तिरंगा राखी निर्माण, तिरंगा बुनाई, तिरंगा पर प्रश्नोत्तरी, तिरंगे के लिए स्वयं सेवा, तिरंगा सजावट और प्रकाश व्यवस्था तथा सैन्य बलों के जवानों और पुलिसकर्मियों को पत्र लेखन आदि गतिविधियां संचालित होगी।

कलेक्टर संदीप जी आर ने बताया कि अभियान के द्वितीय चरण में 9 से 12 अगस्त तक लोगों को साथ लाने, व्यापक प्रचार-प्रसार, ध्वजों की उपलब्धता तथा सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगे की दृश्यता के लिये कार्य किये जायेंगे। स्थानीय उत्पादों पर केंद्रित तिरंगा मेला, तिरंगा बाइक/तिरंगा साइकिल रैली, उच्च जनभागीदारी के साथ तिरंगा यात्रा, तिरंगा ध्वज की बिक्री और समुचित व्यवस्था, मानव श्रृंखला निर्माण, तिरंगा गान जैसे कार्यक्रम होंगे।

अभियान के तृतीय चरण में 13 से 15 अगस्त तक घर, कार्यालयों तथा वाहनों पर तिरंगा लगाने, सेल्फ़ी अपलोड, सर्वत्र तिरंगे की दृश्यता तथा संस्कृति मंत्रालय के साथ सूचनाओं का सतत आदान-प्रदान किया जायेगा। हर जगह तिरंगा दृश्यता, तिरंगा के साथ रिकॉर्ड इत्यादि महत्वपूर्ण कार्यक्रम किये जायेंगे।

कलेक्टर संदीप जी आर ने बताया कि पंचायतों में इस प्रकार विविध गतिविधियाँ आयोजित की जाएगी जिसमें अभियान में स्वच्छ भारत मिशन (एसवीएम-जी) और जल-जीवन मिशन (जेजेएम) के अंतर्गत गांवों, ग्राम पंचायतों में विविध गतिविधियाँ होंगी, जिनमें स्वच्छ सुजल गांव प्रतिज्ञाएं, सामुदायिक सफाई अभियान, परिसंपत्तियों की सफाई, जागरूकता गतिविधियां, जल-संरक्षण और 15 अगस्त 2025 को अमृत सरोवर, सार्वजनिक स्थानों आदि सहित प्रमुख अवसंरचना स्थलों पर ध्वजारोहण समारोह शामिल है। यह प्रतीकात्मक कार्य सुरक्षित जल और स्वच्छता तक पहुंच द्वारा लाई गई स्वतंत्रता, गरिमा और कल्याण को दर्शाता है।

अभियान में ब्लॉकों और ग्राम पंचायतों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। इसमें स्थानीय संस्थाओं, ग्राम जल सेवा समितियों, स्वयं सहायता समूहों, पंचायती राज संस्थाओं, साथ ही स्कूली बच्चों, स्वयं-सेवकों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को इस अभियान का नेतृत्व करने और इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित किया जायेगा।