‘’विश्व बंधुत्व दिवस’’ पर हुआ कार्यक्रम

देश के यस्‍शवी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर कार्य कर रही है.

डाॅ लता वानखेड़े, सांसद

11 सितम्‍बर वर्ष 1893 में अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानन्द ने हिंदू धर्म और भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए सहिष्णुता और सार्वभौमिक स्वीकृति का एक शक्तिशाली संदेश दिया था।

उक्त उद्गार सांसद डॉ लता गुड्डू वानखेड़े ने ‘’विश्व बंधुत्व दिवस’’ पर स्‍वामी विवेकानंद जी को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि उनका वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्त था उन्होंने अमेरिका के शिकागो में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। जो आज भी राष्ट्रीय कार्य कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि देश के यस्‍शवी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर कार्य कर रही है। उन्होंने पूरे विश्व में भारत मां के वैभव को स्थापित करने का कार्य किया है। आज भारत की छवि अंतर्राष्ट्रीय पटल पर धर्म निरपेक्ष लोकतंत्रात्मक देश के रूप में उभरी है। उन्‍होंने आव्‍हान करते हुए कहा कि युवा नवपीढ़ी को संस्कारवान, ओजस्वी, तेजस्वी बनना होगा । चरेवेति-चरेवेति के साथ जब तक चलते रहें जब तक लक्ष्य को प्राप्त न कर लें। तभी आत्मनिर्भर भारत, समृद्द भारत की संकल्पना पूरी होगी।

कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वामी विवेकानंद जी के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की गई 

इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष हरिराम सिंह ठाकुर, वरिष्ठ नेता रामकुमार साहू, जिला भाजपा के उपाध्यक्ष रामेश्वर नामदेव, सेवानिवृत्‍त इंजी. रमेश चौधरी, मनीष नेमा, विजय जड़िया, आदित्य सिंह राजपूत, राकेश तिवारी, सुनील साहू सहित अनेक गणमान्य नागरिक भाई बहिन उपस्थित थे।