मध्यप्रदेश में सर्पदंश बनी आपदा

प्रदेशभर में लगातार हो रहीं सर्पदंश से मौतें ने प्रदेश सरकार की चिंता बढ़ा दी है। बीते साल करीब ढाई हजार से ज्यादा लोगों की मौतें सिर्फ सर्पदंश से हुई हैं, जिसके बाद अब इसे आपदा घोषित कर दिया गया है।

बारिश के दिनों में सर्पदंश से मौतों का आंकड़ा हर साल बढ़ जाता है। जानकार बताते हैं कि बारिश के मौसम में सांपों के प्राकृतिक निवास में पानी भर जाने से सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इस दौरान सांप ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं और रिहायशी क्षेत्रों के समीप आ जाते हैं।

जागरूकता अभियान

सर्पदंश की घटनाओं से होने वाली जन-हानि को रोकने और इससे बचाव करने के लिए शहर से गांव तक जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए हैं।

स्वयं सेवी संस्थायें पंचायत, शहरी वार्ड स्तर पर सर्पदंश से बचाव के लिए जनजागृति कार्यक्रम करेंगी।