खराब मूड को ठीक करने के टिप्स.

विचार समिति ने महिलाओं में नेतृत्व कला निखारने नायिका वर्कशॉप का आयोजन किया. तिलकगंज स्थित विचार परिसर में आयोजित वर्कशॉप में समिति कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता अरिहंत ने महिलाओं में लीडरशिप क्वालिटी डेवलप करने के लिए कई तरह की एक्टिविटी के जरिए ट्रेनिंग दी.

उन्होंने कहा कि महिला से बेहतर लीडर कोई नहीं हो सकता. क्योंकि वो घर, परिवार, बच्चे, बुजुर्ग, पार्टनर, जॉब हर चीज को संतुलित करके चलती हैं. इस बीच हमें जीवन को बेहतर बनाने के लिए जीवन को 6 हिस्सों में बांटना चाहिए. इसमें परिवार, आध्यात्म, मानसिक, स्वास्थ्य, सामाजिक और अर्थव्यवस्था शामिल है. किसी भी महिला को इन सभी में संतुलन बनाना आना चाहिए.

एड. रश्मि ऋतु जैन ने बताया कि हर महिला नायिका होती है. हर नायिका का यह कर्त्तव्य है कि वह जितना स्नेह अपने बच्चों को देती है उतना ही स्नेह अपने बुजुर्गों को भी दें. विनीता केशरवानी, सुनीता जैन, प्रीति केशरवानी ने भी अपने विचार व्यक्त किए.

मूड क्यों खराब करना

दीप्ति चंदेरिया ने बताया कि कभी-कभी हम यूं ही अपना मूड खराब कर लेते हैं, जबकि उसमें किसी का भी हाथ नहीं होता. उदाहरण के लिए समझिए, अगर आप अपनी परिवार के साथ कहीं जा रहे हैं और ट्रैफिक में फंस गए तो कार में बैठे-बैठे हम चिड़चिड़ाने लगते हैं. अपने साथ जो लोग रहते हैं, उन पर भी अपना गुस्सा उतारने लगते हैं. इस वक्त इतना समझना चाहिए कि अब जब लेट हो गए हैं तो गुस्सा करने पर वो देरी हो जाना कवर तो होगा नहीं. उल्टा हम अपना मूड खराब कर रहे हैं, इसलिए बहुत सी घटनाओं में अपना मूड बिगड़ने से बचाना हमारे हाथ में ही होता है.

अब इसे ऐसे समझिए

◼️परिवार –

परिवार को समय दें, लेकिन क्वांटिटी के बजाय क्वालिटी टाइम पर फोकस करें. दिन में कम से कम एक टाइम पूरा परिवार साथ बैठकर खाना खाएं या फिर रोजाना कुछ घंटों के लिए मोबाइल छोड़ दें.

◼️स्वास्थ्य –

आप स्वस्थ्य रहेंगी तो परिवार स्वस्थ रहेगा. इसलिए डेली रूटीन में एक्सरसाइज को शामिल करें.

◼️आध्यात्म –

आध्यात्म से आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है. कोशिश करें सप्ताह में एक बार पूरा परिवार साथ बैठकर पूजा-पाठ करे.

◼️मानसिक –

महिलाओं के लिए मानसिक रूप से फिट होना जरूरी है. क्योंकि वो ही परिवार को जोड़कर रखने का काम करती हैं, इसके लिए योग अपनाएं.

◼️सामाजिक –

परिवार के साथ सामाजिक कार्यों में सहभागी बनें.

◼️अर्थव्यवस्था –

खुद को फाइनेंशियल स्ट्रांग रखें, सेविंग करें, इन्वेस्ट भी करें.


कार्यक्रम में पूनम पटैल, उषा केशरवानी, रूकमणि केशरवानी, संध्या केशरवानी, रचना पटैल, चंदा साहू, नीलू सागर, प्रभा साहू, अनीता चौधरी, शैफाली रैकवार, पूजा प्रजापति, भाग्यश्री राय, ज्योति रैकवार, आकांक्षा नामदेव, उमा पटैल आदि उपस्थित थीं.