निगम आयुक्त को मिला साधुवाद का अभिवादन.

जैसे ही नल में पानी की पहली बूंद आई तो तुलसीराम और उनके परिवार का खुशी का ठिकाना नहीं रहा मानो वह पानी की पहली बूंद सौगात लेकर आई हो.

क्योंकि आर्थिक तंगी के परिणाम स्वरूप तुलसीराम और उनकी बच्चियों को यहां वहां से पानी भरकर घर में लाना पड़ता था, इस जद्दोजहद में बच्चियों की पढ़ाई भी प्रभावित होती थी लेकिन आज सबके साथ उनके घर में भी नल से पानी आया तो उनका घर में नल से पानी आने का सपना पूरा हो गया इस सपने को पूरा होने का श्रेय तुलसीराम और उनका परिवार नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री को देते हैं. जिनके द्वारा तुलसीराम के परिवार को बरसों से चली आ रही स्वयं के घर में नल की चाहत पूरी हो गई. और फिर इस कार्य की वजह से निगम आयुक्त का परिवार ने साधुवाद के रूप में अभिवादन किया.