पुनर्स्थापित वृक्ष होने लगे हरे भरे.

एक के बाद एक दो पीपल के पेड़ पुनर्स्थापित किए गए थे, जिनकी उचित देखभाल करने के कारण उन पौधों में पत्तियां आ गई हैं जिन्हें देखकर आश्चर्य होता है कि इतने भारी भरकम पीपल के वृक्ष जिन्हें अन्य स्थान से विस्थापित करके संजय ड्राइव के बाजू में पुनर्स्थापित कर उनकी देखभाल की गई तो उनमें हरी पत्तियां आने लगीं.

12मई को मातृत्व दिवस पर पेड़ में आईं थीं कोंपल

राहगीरों को शीतलता प्रदान करने वाला, धूप से बचाने वाला और शुद्ध वायु देने वाला परंतु उसके बदले में कुछ नहीं लेने वाला आशा करता है कि तुम हमारी देखभाल करो- हम तुम्हारी हिफाजत करेंगे शायद यह बात पौधों पर सटीक बैठती है और इसका उदाहरण संजय ड्राइव के बाजू में कुछेक महीने पूर्व एक के बाद एक दो पीपल के पेड़ पुनर्स्थापित किए गए थे, जिनकी उचित देखभाल करने के कारण उन पौधों में पत्तियां आ गई हैं जिन्हें देखकर आश्चर्य होता है कि इतने भारी भरकम पीपल के वृक्ष जिन्हें अन्य स्थान से विस्थापित करके संजय ड्राइव के बाजू में पुनर्स्थापित कर उनकी देखभाल की गई तो उनमें हरी पत्तियां आने लगीं और आगे चलकर पुन: वृक्ष का रूप लेकर राहगीरों को शीतलता देंगे और धूप से बचाने का काम करेंगे.

इन्हीं पीपल के पेड़ों के बाजू में एक नीम के पेड़ को भी विस्थापित कर अन्य पीपल के पेड़ों के बाजू में पुनर्स्थापित किया गया था और उसकी भी देखभाल की जा रही है ताकि वह पेड़ भी इन्हीं पीपल के पेड़ों के बाजू में पुनर्स्थापित होकर राहगीरों को छाया प्रदान करें और श्रद्धा का केंद्र बिंदु बने.

प्रातः इन पेड़ों को देखने नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री पहुंचे और उन्होंने नीम के पेड़ की पूजा अर्चना की, जल चढ़ाया और ईश्वर से प्रार्थना की कि जल्द से जल्द यह पेड़ बड़ा होकर इसकी गोद में आने वाले लोगों को शीतल, छाया और शुद्ध वायु प्रदान करेगा.