◽️त्यौहारों पर स्वच्छता की अभिनव पहल.

जुलूसों के साथ-साथ नगर निगम सफाई मित्र, कचरा गाड़ियां एवं वाटरिंग हेतु चलेंगे टैंकर.

       रामनवमीं का मुख्य जुलूस चंपा बाग मंदिर से प्रारंभ होगा जो सरस्वती मंदिर से सराफा बाजार, कोतवाली और कोतवाली से तीन बत्ती पहुंचेगा. इसके अलावा एक जुलूस रामबाग मंदिर से भी प्रारंभ होगा. इसके अलावा अन्य स्थलों से भी जुलूस निकलते हैं.

मुख्य जुलूस के पीछे कचरा गाड़ी, झाड़ू आदि संसाधनों सहित 20 सफाई मित्र होंगे और जुलूस के आगे वॉटरिंग हेतु टेंकर चलेंगे. इसी प्रकार अन्य जुलूसों के साथ भी सफाई व्यवस्था हेतु संसाधनों सहित सफाई मित्रो के दल साथ चलेंगे, जिसमें प्रत्येक दल के साथ कचरागाड़ी और रोड वाटरिंग हेतु पानी टैंकर रहेंगे.

 इस प्रकार इन सभी अलग अलग जुलूसों के साथ सफाई मित्र झाड़ू लगाकर कचरा गाड़ियों में कचरा एकत्र करते हुये चलेंगे. परिणाम स्वरूप जुलूस के निकल जाने के बाद 1-घंटे के भीतर सभी मार्ग सफाई से चकाचक दिखेंगे.

नगर निगम द्वारा नागरिकों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने और इसे अपनी रोजमर्रा की आदत में शामिल करने के लिए पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी रामनवमीं के अवसर पर नगर के विभिन्न स्थानों से निकलने वाले जुलूसों के साथ -साथ नगर निगम के सफाई मित्र संसाधनों के साथ मौजूद रहेंगे,जो जुलूस निकलने के पश्चात सड़कों पर खाली पड़े पानी पाऊच, फलों के छिलके और अन्य कचरा मिलने पर उसकी तुरंत सफाई करेंगे और सफाई के दौरान निकलने वाले कचरे को कचरा गाड़ी में एकत्रित करते हुए चलेंगे ताकि जुलूस के तत्काल बाद सड़क की सफाई की जा सके.

शहरवासी समझें “अपनों सागर” है.

निगम आयुक्त राजकुमार खत्री का कहना है कि नागरिकों में संदेश जाए कि यह शहर हमारा है और इसको साफ-सुथरा बनाए रखने की जिम्मेवारी हम सबकी है, इसलिए हम सब अपने दैनिक जीवन के व्यवहार में थोड़ा परिवर्तन करें.

◾️सार्वजनिक स्थानों पर कचरा न फेंकें.

◾️अपने घरों का गीला एवं सूखा कचरा डस्टबिन में एकत्रित कर कचरा गाड़ी को ही दें.

◾️व्यक्ति को खुले में कचरा फेंकते देखें तो उसे रोके-टोकें.

◾️अमानक पॉलिथीन का उपयोग न करें और डिस्पोजल के स्थान पर धातु या मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग करें.


इन बातों को हम अपने रोजमर्रा की आदतों में अपनाकर “अपनों सागर” को साफ-स्वच्छ बनाने में सहयोग कर सकते हैं.