◽️मलबे से तैयार होंगे पेबर ब्लॉक – निगमायुक्त.

स्मार्ट सिटी द्वारा लगभग 2 एकड़ भूखण्ड पर 50 टन प्रतिदिन क्षमता वाला सर्वसुविधायुक्त सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट संचालन हेतु तैयार.

◾️सागर में मकानों के टूटने व नवनिर्माण के दौरान निकले मलबे से तैयार होंगे पेबर ब्लॉक और अन्य उत्पाद – निगमायुक्त राजकुमार खत्री.

◾️निगमायुक्त ने शहर की सफाई व्यवस्था के साथ ही सी एंड डी वेस्ट(मलबा) प्रोसेसिंग प्लांट का निरीक्षण किया.

शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार और उसमें नागरिकों की सहभागिता और सुझावों को शामिल करते हुए शहर को स्वच्छ बनाने नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री द्वारा प्रातः नगर के विभिन्न स्थानों का भृमण कर सफाई व्यवस्था को मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है साथ ही साथ नागरिकों से चर्चा कर उनकी भी सहभागिता सुनिश्चित करने और नगर की सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए दिए जा रहे सुझावों को भी शामिल किया जा रहा है.

इसी क्रम में निगमायुक्त द्वारा प्रातः तीनमढ़िया मंदिर के पास निर्माणाधीन रोड निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया वहीं मस्जिद के पास फूलमाला और नारियल विक्रय करने वालों को हिदायत दी कि वह एक निश्चित स्थान पर ही बैठकर अपना व्यवसाय करें और व्यावसायिक स्थल पर अधिक मात्रा में सामग्री का स्टॉक ना करें इससे यातायात में असुविधा होती है. वहीं फूलवाले दुकान से निकलने वाले कचरे को कचरे को डस्टबिन में एकत्रित कर कचरा गाड़ी  में डालें अन्यथा यहां वहां कचरा फेंकने पर  करवाई की जाएगी.

भ्रमण के दौरान निगम आयुक्त श्री खत्री ने नमक मंडी क्षेत्र में दुकानदारों से भी चर्चा की और उनसे सफाई व्यवस्था में नगर निगम को सहयोग प्रदान करने की अपील करते हुए कहा कि दुकानदार दुकानों से निकलने वाले कचरा को डस्टबिन में ही डालें और दूसरों को भी खुले में कचरा न फेंकने के प्रति जागरूक करें. उन्होंने कटरा मस्जिद के आसपास यातायात व्यवस्था को ठीक करने के लिए भी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए.

कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट(मलबा) से हो रहे शहरी प्रदूषण को समाप्त कर स्वच्छता में सहायक बनेगा सी-डी बेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट.


निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा सिरोंजा के पास लगभग 2 एकड़ भूखण्ड पर कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट (मलबा) के मैनेजमेंट के लिए 50 टन प्रतिदिन क्षमता वाले तैयार सर्वसुविधायुक्त प्लांट का निरीक्षण किया. उन्होंने प्लांट में स्थापित मशीनरी एवं मशीनरी के माध्यम से बनाये जाने वाले पुर्नउत्पाद आदि की विस्तार से जानकारी ली. ठेकेदार एजेंसी के इंजीनियरों द्वारा बताया गया की इस प्लांट में क्रेसर, ग्रीसली, स्क्रीन, हाइड्रा साइक्लोन, थिकनर टैंक, 7 कन्वेयर बेल्ट, फिल्टर प्रेस, मैग्नेटिक सेपरेटर, पेबर ब्लॉक व ब्रिक बनाने वाली मशीन आदि इक्विपमेंट लगाये गए हैं. निगमायुक्त श्री खत्री ने इस प्लांट को शीघ्र प्रारम्भ कर पूर्ण क्षमता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए. उन्होने कहा कि सागर शहर में बड़ी तादाद में भवन, बिल्डिंग निर्माण सहित विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य किये जा रहे हैं. नागरिकों द्वारा अपने-अपने पुराने मकानों को तोड़कर नवनिर्माण किया जा रहा है, जिससे शहर में बहुत तादात में कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट(मलबा) निकल रहा है जो की जगह-जगह रोड किनारे लम्बे समय तक पड़ा रहता है, इस प्लांट की मदद से सागर में मकानों के टूटने व नवनिर्माण के दौरान निकले मलबे को प्रोसेस कर पुर्नउत्पाद के रूप में पेबर ब्लॉक और अन्य उत्पाद तैयार होंगे और कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट(मलबा) से हो रहे शहरी प्रदूषण को समाप्त कर स्वच्छता में सी-डी बेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट सहायक बनेगा. चारों ओर से तार फैंसिंग से सुरक्षित परिसर में अत्याधुनिक सी एंड डी वेस्ट मशीनों सहित एक ऑफिस ब्लॉक, गार्डरूम एवं इलेक्ट्रिक पैनल रूम बन कर तैयार है.

इस प्रकार कार्य करेगा यह प्लांट.

इस प्लांट के संचालित होने के बाद सागर और आस-पास के क्षेत्रों में पुराने मकानों, बिल्डिंग आदि के नवनिर्माण या पुनरनिर्माण के दौरान निकलने वाले किसी भी प्रकार के कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट (मलबा) को सड़क पर नहीं रखा जाएगा. इसके लिए सी एंड डी वेस्ट मैनेजमेंट नियम-2016 को ध्यान में रखते हुए नगर निगम सीमा में किसी भी प्रकार का कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट कलेक्शन वाहनों की सहायता से इस प्लांट तक पहुंचाया जाएगा. प्लांट पर लगाई गई 7 कन्वेयर बेल्ट वाली सी एंड डी वेस्ट मशीन के हॉपर में रेंप की मदद से यह वेस्ट डाला जाएगा। हॉपर पर लगे छन्नों की मदद से इस वेस्ट में मिले लकड़ी आदि अनुपयोगी वस्तुओं को कन्वेयर बेल्ट से अलग किया जायेगा और 40 एमएम से अधिक आकार का वेस्ट आगे कन्वेयर बेल्ट से होते हुए क्रेशर में पहुँच कर प्रोसेस होगा, जिससे अंतिम उत्पाद के रूप में 20एमएम और 10 एमएम के टुकड़े और डस्ट आदि प्राप्त होंगे. लोहा अलग निकाला जायेगा.पूर्ण वैज्ञानिक पद्धिति से की गई सी एंड डी वेस्ट प्रोसेस से गिट्टी व रेत आदि को अलग-अलग किया जा सकेगा, जिसका पुर्नउपयोग निर्माण कार्यों में किया जा सकेगा. इसके साथ ही यहां पेवर निर्माण प्लांट भी लगाया गया है. सी एंड डी वेस्ट प्लांट से प्रोसेस के बाद पुर्नउत्पादित मटेरियल से पेबर आदि का निर्माण कर पुर्नउपयोग में लाया जाऐगा. मलबा उठाना, उसे ढोना, फिर से इस्तेमाल के लिए प्रॉसेस करना और अनुपयोगी बचे वेस्ट को लैंडफिल साइट्स तक पहुंचाने का काम अनुबंधित एजेंसी करेगी. सी एंड डी वेस्ट प्लांट से संपर्क हेतु नंबर जारी किए जाएंगे जिन पर कॉल करके निर्धारित शुल्क देकर नागरिक अपना कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट(मलबा) तत्काल प्लांट की कलेक्शन गाड़ियों की मदद से इस प्लांट तक पहुँचा सकेंगे.

इस प्लांट के संचालन से ये होगा लाभ.

इस प्लांट के संचालन से शहर में सड़कों पर या गलियों में जहां-तहां कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट के लगने वाले ढेरों और कई दिनों तक बने रहने के बाद इन ढेरों से ड्रेनेज, मेनहोल्स, नाले-नालियों में पहुँचे सॉलिड वेस्ट से जाम होने की दिक्कत से छुटकारा मिलेगा और इनकी वजह से एकत्र होने वाले कचरे से भी शहर मुक्त होकर स्वच्छ सर्वेक्षण में श्रेष्ठ प्रर्दशन करते हुए स्वछता में अग्रणी बनेगा. शहर की सड़कों पर यातायात भी सुगम होगा.