गौर यूथ फोरम ने की कड़ी निंदा

महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हो रहे हमले और उन्हें परेशान करने की घटनाओं की गौर यूथ फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा विवेक तिवारी ने कड़ी निंदा की है ।

उन्होंने कहा सम्पूर्ण भारत के सभी नागरिकों को संवैधानिक रूप से भाषायी स्वतंत्रता का अधिकार है और अभी तक देश में शांति का वातावरण है, जिसे कुछ तथाकथित जनाधार रहित राजनेता सस्ती लोकप्रियता के लिए खंडित करना चाह रहे हैं, जिसके लिये यह हथकंडा अपनाया जा रहा है ।

सरकारों को ऐसे तत्वों और दलों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करना चाहिये ।

डा.तिवारी ने कहा कि लाखों मराठी मानुष हिन्दी भाषी प्रदेशों उप्र,मप्र, राजस्थान, बिहार और संपूर्ण उत्तर भारत में आराम से सम्मानजनक रूप में जीवन यापन कर स्थापित रूप से रह रहे हैं , महाराष्ट्र के तथाकथित आंदोलन करने वालों को इस आदर्श स्थिति से प्रेरणा लेनी चाहिये न कि अपनी राजनैतिक रोटी सेंकना चाहिये । हिन्दी भाषी प्रदेशों के हजारों लोग जीवन यापन के लिये महाराष्ट्र और अन्य जगह जाते हैं उन्हें परेशान करना तर्कसंगत नहीं है ।

संपूर्ण उत्तर भारत में शिवसेना के पदाधिकारियों को अपने नेताओं को बालासाहेब का युग याद दिलाते हुये समझाना चाहिये और बताना चाहिये कि हिन्दी भाषीयों द्वारा किसी प्रकार का प्रति-उत्तर भी देश और समाज के लिये अच्छा नहीं होगा ।


डा तिवारी ने इस संबंध में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे के बयान की प्रशंसा की है, जिसमें उन्होंने तथाकथितों को समझाइश दी है ।