गौर यूथ फोरम ने अपने विस्तार के साथ दो कैंपस खोलने की मांग की है, एक मध्य प्रदेश में और दूसरा देश के किसी महत्वपूर्ण स्थान में. गौर यूथ फोरम इस संबंध में पूर्व में भी डाॅ. हरीसिंह गौर विवि. के तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर आरपी तिवारी से मांग कर चुका है, लेकिन इस मांग पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब फोरम की ओर से विवि. की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता को एक पत्र सौंपा जाएगा और दोबारा यह मांग की जाएगी.
गौर यूथ फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विवेक तिवारी ने कहा कि देश के महत्वपूर्ण संस्थानों की इकाईयां या कैंपस कई जगह खुले हैं, उसी प्रकार हमारे विश्वविद्यालय का भी रूप होना चाहिये. कुछ संस्थानों के कैंपस तो हिंदुस्तान के बाहर भी हैं. नये कैंपस खुलने से यहाँ पढ़ने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों को और रोजगार के भी नये अवसर खुलेंगे.
इस संबंध में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री सहित भारत राष्ट्रपति महोदया को भी अवगत कराया जाएगा. डाॅ. हरीसिंह गौर विवि को केंद्रीय केंद्रीय दर्जा मिलने के बाद इस विश्वविद्यालय के अन्तर्गत आने वाले महत्वपूर्ण कॉलेजों को अलग कर दिया गया है, इसलिए इस विश्वविद्यालय के परिसर को दूसरी जगह भी खुलना चाहिये. किसी समय लगभग आधा मप्र. कव्हर करने वाले इस विवि की सीमायें पूरी तरह से घटा दी गई हैं, कई विश्वविद्यालय पूर्व में इसके अन्तर्गत आने वाले क्षेत्र में स्थापित कर दिये गये हैं, यह विवि की प्रतिष्ठा के विपरीत है. नये कैंपस खुलने से स्थानीय विद्यार्थियों को यहाँ पढ़ने के अवसर भी खुलेंगे.

