मैच के नियम ने हरा दिया भोपाल टीम को

जिला हॉकी संघ के तत्वावधान में खेल परिसर मैदान में चल रही है हाकी प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला सागर रोज क्लब और भोपाल टीम के मध्य खेला गया.

      मैच शुरू होते ही दोनों ही टीमों ने एक दूसरे को छकाते हुए गोल पर हमले करना शुरू किये, लेकिन किसी भी टीम को सफलता नहीं मिली. मैच के 15वें मिनट में भोपाल को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे सागर के गोलकीपर ने नाकाम कर दिया. वहीं सागर रोज क्लब ने भी भोपाल टीम के डी में शानदार मूव किया और एक पेनल्टी कॉर्नर लिया, लेकिन सागर की टीम इस पैनाल्टी कार्नर का फायदा उठाकर गोल में नहीं बदल पाई.

 फायनल मुकाबले का पहला हाॅफ बहुत रोमांकारी रहा, लेकिन दूसरा हाॅफ विवादों में घिरता नजर आया. दूसरे हाफ टाइम के शुरुआत में ही भोपाल टीम ने सागर टीम के गोल पर हमला किया इसके फल स्वरुप पेनल्टी कॉर्नर मिल गया जिसे सागर के गोलकीपर ने चतुराई से नाकाम कर दिया.

   यहां से बिगड़ा फायनल मुकाबले का शो मैच के 35वें मिनट में रेफरी के डिसीजन को नकारते हुए भोपाल टीम ने गोल ना देने पर बहस शुरू कर दी जिसे टेक्निकल रेफरी अनवर खान, उमेश मौर्य और समीर खान ने नकार दिया. मैच खिला रहे रेफरी हॉकी मध्य प्रदेश के नेशनल अंपायर समीउल्लाह खान सागर तथा दमोह के तरुण नामदेव थे भोपाल टीम के कोच शादाब खान जो की फीडर सेंटर भोपाल के भी कोच हैं, मैच के दौरान इन्होंने अभद्रता की तथा टीम को बाहर लेकर चले गए. भोपाल टीम के मैदान छोड़ने पर रेफ्रियों द्वारा सागर रोज क्लब को विजेता घोषित कर दिया गया.


जिला हॉकी संघ सागर द्वारा निर्णय लिया गया कि भविष्य में किसी भी प्रतियोगिता में सागर में भोपाल की टीम को प्रवेश नहीं दिया जाएगा फाइनल मैच का शो बिगड़ने पर हॉकी मध्य प्रदेश को जिला हॉकी संघ सागर द्वारा शिकायत की जावेगी.


मुख्य अतिथि मिश्रीचंद गुप्ता, जितेंद्र खटीक, बीनू राणा, वसीम खान, अनवर खान, सैयद राशिद अली, टूर्नामेंट सचिव इरशाद खान, जिला हॉकी संघ सचिव मकसूद खान द्वारा विजेता टीम को मेडल और शील्ड प्रदान की गई.