आलोचकों का दावा है कि भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में मुस्लिम विरोधी और घृणात्मक भाषणों का प्रचार प्रसार होता आ रहा है. पार्टी के कई मंत्री, सांसदों सहित नेताओं पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मुद्दे पर विपक्ष को करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि दुनिया के अनेक देशों में उत्पीड़न का सामना करने के बावजूद भारत उनके लिए एक सुरक्षित ठिकाना बन गया है. उन्होंने यह भी कहा है कि भारत में मुसलमान खुशी से और समृद्धि के साथ रह रहे हैं. इससे पता चलता है कि भारतीय समाज में किसी भी धार्मिक अल्पसंख्यक के प्रति भेदभाव की कोई भावना नहीं है।” पीएम ने “फाइनेंशियल टाइम्स” को दिए इटंरव्यू में ये बातें कही हैं.
पीएम मोदी से पूछा गया कि भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यक का भविष्य क्या है तो उन्होंने भारत में पारसियों की आर्थिक सफलता की ओर इशारा किया. उन्होंने पारसियों को भारत में रहने वाले धार्मिक सूक्ष्म-अल्पसंख्यक बताया.
पीएम मोदी ने कहा
“दुनिया में कहीं भी उत्पीड़न का सामना करने के बावजूद उन्हें भारत में एक सुरक्षित ठिकाना मिल गया है। वे खुशी से और समृद्ध होकर रह रहे हैं.”
पीएम ने कहा, “एक पूरा पारिस्थितिकीय तंत्र है जो हमारे देश में उपलब्ध स्वतंत्रता का उपयोग संपादकीय, टीवी चैनलों, सोशल मीडिया, वीडियो, ट्वीट्स आदि के माध्यम से हर दिन हम पर ये आरोप लगाने के लिए कर रहा है. लेकिन ऐसे लोगों को तथ्यों के साथ जवाब देने का समान अधिकार है।”
पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग आज उनकी सरकार पर संदेह करते हैं वे गलत साबित होंगे.

