बीटी इंस्टिट्यूट ऑफ़ एक्सीलेंस महाविद्यालय एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) डॉ. हरीसिंह कौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं चुनौती विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. एस.पी. बंसल कुलपति सेंट्रल यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय की कुल गुरु कर्नल प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की ।
कार्यक्रम में डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के IQAC के अध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार जैन, बी.टी. ग्रुप के अध्यक्ष संतोष जैन, बी.टी. ग्रुप के मार्गदर्शक प्रो. सुबोध जैन एवं संस्था प्राचार्य डॉ. राजू टंडन थे ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में आइक्यूएसी के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार जैन ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में कुछ ऐसे बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित किया गया है जो व्यावसायिक पाठ्यक्रम पर जोर देते हुए छात्रों के कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करता है निश्चित तौर पर यह नीति छात्रों को विश्व पटल पर राष्ट्र का करण धार बनाने में अपना योगदान देगी ।
संस्था के अध्यक्ष संतोष जैन ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 छात्रों के भविष्य एवं राष्ट्र की प्रगति में योगदान देगी ।
प्रोफेसर सुबोध जैन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालते हुए सभागार में मौजूद छात्रों को उनके लिए भविष्य में उपलब्ध होने वाले अवसरों से अवगत कराया ।
प्रोफेसर एसपी बंसल कुलपति सेंट्रल यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश ने अपने व्याख्यान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर प्रकाश डालते हुए बतलाया कि इस नीति ने शिक्षा की गुणवत्ता व्यावसायिक पाठ्यक्रम एवं तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ देश को भाषा देने का कार्य किया है क्योंकि जिस देश की अपनी भाषा नहीं होती वह देश गूंगा होता है देश की प्रगति के लिए शिक्षा शोध एवं भाषा अति आवश्यक अंग है।
डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय की कुलगुरु कर्नल प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति द्वारा आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो रहा है । हम अपनी भाषा ज्ञान एवं कौशल के आधार पर विश्व के प्रत्येक क्षेत्र में कार्यरत हैं ।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति विद्यार्थियों के समग्र विकास एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है । यह नीति शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी लचीला और व्यावहारिक बनाकर विद्यार्थियों को न केवल ज्ञान प्रदान करती है बल्कि उन्हें कौशल विकास एवं नवाचार के लिए प्रेरित करती है जिससे छात्र अपनी रुचि के अनुसार कौशल विकास कर सकें ।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र विश्वविद्यालय के शिक्षक शोधार्थी एवं महाविद्यालय के शिक्षक उपस्थित हुए । कार्यक्रम का संचालन फरहीन खान एवं डॉ ऋतु जैन ने किया ।
आभार संस्था के प्राचार्य डॉक्टर राजू टंडन ने किया ।
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