म.प्र. भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय का नया अकादमिक सत्र चालू हो चुका है, विश्वविद्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देश के अनुपालन में क्षेत्रीय केंद्र सागर द्वारा नवीन सत्र में विद्यार्थियों के प्रवेश एवं सकल पंजीयन वृद्धि के संबंध में एक ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया.
क्षेत्रीय निर्देशक प्रो.दिवाकर सिंह राजपूत ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय तिवारी के कुशल मार्गदर्शन में मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय निरंतर रचनाधर्मी कदम बढ़ा रहा है. नेक द्वारा ए ग्रेड की उपलब्धि, अनेक संस्थाओं से एम ओ यू और उत्कृष्ट पाठ्य सामग्री का निर्माण इस दिशा में सार्थक कदम कहे जा सकते हैं. प्रोफेसर राजपूत ने कहा कि शिक्षा और ज्ञान की ललक से हमेशा पढ़ने की चाहत रखने वालों के लिए अब एक खुशखबरी है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं मप्र उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार अब एक साथ दो डिग्री या डिप्लोमा की पढ़ाई करना सम्भव हो गया है. प्रो राजपूत ने बताया कि आपकी शिक्षा आपके द्वार के अंतर्गत सभी के लिए उच्च शिक्षा के साथ ही ट्रांसजेंडर वर्ग व जेल अन्तर्वासियों को उच्च शिक्षा की सहज उपलब्धता और निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गयी है. साथ ही पुलिस और सेना को भी उनकी सेवा के दौरान उच्च शिक्षा का अवसर आसान हो सके, इस दिशा में भी प्रयास किये जा रहे हैं.
म.प्र.भोज(मुक्त) विश्वविद्यालय भोपाल के कुलसचिव डॉ. सुशील मंडेरिया ने कहा कि सभी को मिलकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने हैं. उन्होंने अध्ययन केंद्रों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए उनकी समस्याओं के समाधान की भी बात कही. उन्होंने जानकारी दी कि विद्यार्थी 15 मार्च तक प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
निर्देशक विद्यार्थी सहायता डॉ. रतन सूर्यवंशी ने कहा कि अब एक साथ दो डिग्री या डिप्लोमा की पढ़ाई का लाभ लिया जा सकता है. उन्होंने बताया कि मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से यह संभव हो पाया है. विद्यार्थी एक डिग्री या डिप्लोमा नियमित रूप से और एक मुक्त विश्वविद्यालय के माध्यम से ले सकते हैं.
बैठक में क्षेत्रीय केंद्र सागर के अंतर्गत सागर, दमोह, टीकमगढ़, निवाडी, छतरपुर जिलों में संचालित 41अध्ययन केंद्रों के केंद्राध्यक्ष एवं समन्वयकों ने सहभागिता की.