सागर : चल पड़ा “स्वच्छता से स्वास्थ्य और स्वास्थ्य से समृद्धि” का मंत्र

स्वच्छ सर्वेक्षण मेरा शहर मेरी पहचान 2024 अंतर्गत सागर के शत प्रतिशत नागरिकों में स्वच्छता जागृति लाने के उद्देश्य से “स्वच्छता की गागर अपनों सागर” अभियान का शुभारम्भ नगर पालिक निगम सागर के तत्वाधान में शीतला माता तिराहा से 16 जनवरी 2025 दिन गुरुवार को किया जायेगा.

नगर निगम आयुक्त सह कार्यकारी निदेशक सागर स्मार्ट सिटी राजकुमार खत्री ने उक्त आयोजन में समस्त नागरिकों को शामिल होने और अपने शहर को साफ-स्वच्छ, सुंदर बनाने में सहयोगी बनने की अपील करते हुये पीले चावल बांट कर आमंत्रित किया.

निगमायुक्त श्री खत्री ने स्थानीय पुजारी, नगर निगम के सफाई मित्रों, वार्ड दरोगा एवं अन्य के साथ सर्वप्रथम कार्यक्रम का आमंत्रण शीतलामाता मंदिर के देवी देवताओं को दिया, उसके बाद स्थानीय रहवासियों के द्वार पर पहुंचकर स्वच्छता कार्यक्रम में शामिल होने हेतु पीले चावल देकर आमंत्रित किया.

नागरिक स्वच्छता में सक्रिय सहभागिता करें,अपनी रोज की जीवन शैली में छोटी-छोटी अच्छी आदतों को शामिल कर रहवासी आगे आकर स्वच्छता में हाँथ बटाएँ.

निगमायुक्त राजकुमार खत्री 

निगम आयुक्त ने पीले चावल देते हुए रहवासियों से कहा की

“स्वच्छता से स्वास्थ्य और स्वास्थ्य से समृद्धि है.”

इस मंत्र को अपनाते हुए जैसे आप सब अपने घर आँगन और द्वार की सफाई करते हैं सुबह-शाम झाड़ू पोंछा आदि करते हैं, ऐसे ही निगम के सफाई मित्र शहर की सफाई करते हैं आप और हम मिलकर अपनी-अपनी गली मोहल्ले, वार्ड व शहर की साफ-सफाई में भी सहयोगी बने। उन्होंने कहा की साफ-सफाई के साथ रहने से सोच में भी परिवर्तन आता है नये और उन्नत विचार मस्तिष्क में पनपते हैं इससे जीवन में सकारात्मक प्रभाव के साथ खुशहाली आती है।

◾️नागरिक अपने घरों से निकले सूखे कचरे और किचिन में सब्जी फल के छिलके, चाय बनाने के बाद बची चाय पत्ती आदि गीले कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में रखें, सूखे कचरे को कचरा वाहनों में ही दें यहां वहाँ सड़क किनारे या नालियों में न फेकें।

◾️गीले कचरे का संभव हो तो उपयोग घर पर ही मटका खाद बनाकर गार्डन गमलों आदि के पेड़ पौधों में खाद देने में करें। घर पर मटका खाद बनाना बहुत आसान है। यदि खाद न बना सकें तो कचरा कलेक्शन वाहनों में ही गीला कचरा भी दें।

◾️बाजार में खरीदी करने जाते समय कपड़े का थैला साथ ले जाएँ सिंगल यूज प्लास्टिक थैली का उपयोग न करें।

◾️सभी दुकानदार व्यापारी अपने प्रतिष्ठान पर डिस्पोजल आदि का उपयोग न करें साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हुये डस्टबिन अवश्य रखें।

शीतला माता मंदिर तिराहे पर आकर्षक सौन्दर्यीकरण स्थानीय रहवासियों में स्वच्छता की अलख जगा रहा.

सागर का शीतलामाता मंदिर क्षेत्र, धर्मश्री क्षेत्र, मोतीनगर क्षेत्र और इससे आस-पास का इलाका घनी आबादी वाला और अधिकांश मजदूर वर्ग के रहवासियों वाला क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में दिहाड़ी मजदूर, बीड़ी कामगार, बेलदार, रेहड़ी पटरी विक्रेता, ठेला व्यापारी आदि बड़ी संख्या में रहवासी हैं। उक्त सभी को स्वच्छता से स्वास्थ्य और स्वास्थ्य से समृद्धि के मंत्र से जोड़ने और विकास की मुख्य धारा में आगे लाने हेतु विभिन्न प्रयास निगमायुक्त श्री खत्री के मार्गदर्शन में किए जा रहे हैं। शीतलामाता मंदिर तिराहे के पास किया जा रहा सुंदर कायाकल्प कार्य साफ-सफाई से सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा देते हुये स्थानीय रहवासियों सहित शहरवासियों में स्वच्छता की अलख जगा रहा है शीतलामाता मंदिर के पीछे मोंगा नाला शहर के गंदे ब्लैक स्पॉट में से एक था इसके आसपास बदबूदार कचरे के ढेर दिखाई देते थे और यहां के रहवासी व राहगीर इस वातावरण में रहने गुजरने हेतु मजबूर व आदी हो चुके थे। आज जब इस मोंगा नाला और इसके आसपास मनोहारी विकास कार्य किया जा रहा है तो यहां के रहवासी बहुत प्रसन्न हैं उनका कहना है की हमने सपने में भी नहीं सोचा था की यह हमारा क्षेत्र इतना सुन्दर भी दिख सकता है। यहां के रहवासियों के रहन सहन में सकारात्मक परिवर्तन दिखाई देने लगा है दुकानदार स्वयं से अपनी दुकानों की सटर आदि साफ कर रहे हैं। घरों गलियों के आस-पास लिपाई पुताई की जा रही है। जो रहवासी मैले कुचैले कपड़े पहनते थे वे अब कुछ रहवासी साफ-सफाई से रहने लगे हैं।

नगर निगम द्वारा स्वच्छता की ओर बढ़ाया गया यह कदम न केवल शहर की सुंदरता बढ़ा रहा है बल्कि स्थानीय नागरिकों में साफ-सफाई की चेतना जगाकर स्वच्छता क्रांति से बेहतर स्वच्छ स्वस्थ व समृद्ध जीवन शैली की ओर आगे बढ़ा रहा है।