निगम आयुक्त के सामने आया जब भावनात्मक पल

निगमायुक्त कक्ष में उस समय माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया जब मृतक कर्मचारी के बच्चे अपने पिता की सेवाओं के बाद मिली उपादान की राशि लेने आये. क्यूँकि मृतक कर्मचारी के बाद उपादान की राशि उसकी पत्नि को दी जाना थी, लेकिन कर्मचारी की मृत्यु के बाद पत्नि का भी देहांत हो गया. कर्मचारी गोपाल के इन बेसहारा दोनों मासूम बच्चों के नाम से निगम प्रशासन ने जल्द से जल्द उपादान राशि को विभाजित कर दोनों बच्चों के नाम से एफडीआर बनवा दी, और आज इन बच्चों को उनके बाप का कमाया हुआ धन निगमायुक्त राजकुमार खत्री के माध्यम से मिल गया.

लोककर्म शाखा में कार्यरत था कर्मचारी गोपाल

लोककर्म शाखा में कार्यरत कर्मचारी गोपाल की मृत्यु उपरांत मिलने वाली उपादान की राशि पत्नि श्रीमति फूलाबाई को दी जाना थी लेकिन श्रीमती फूलाबाई का आकस्मिक निधन हो जाने के कारण उनके नामांकित नाबालिग पुत्र दीपक उम्र 15 वर्ष एवं रूपेश उम्र 11 वर्ष को उपादान राशि 2 लाख 4 हजार 520 रूपये को दो भागों में विभाजित कर रू. 1 लाख 2 हजार 260 की दो अलग-अलग एफ.डी.आर.बनाकर प्रदान की गई है.