◽️घोटालों पर गहन शोध जरूरी – प्रो कनीज़ फातिमा.

वाणिज्य विभाग, डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर तथा भारतीय लेखांकन परिषद, सागर शाखा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित त्रिदिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का बुधवार को शुभारंभ हुआ. कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता द्वारा नामित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक पी. के. कटहल द्वारा अध्यक्षता की गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई.ए.ए. के पूर्व अध्यक्ष एवं देश के प्रख्यात लेखांकन शिक्षाविद प्रो. जी. सोरल तथा विशिष्ट अतिथि वर्तमान अध्यक्ष वी. अप्पाराव रहे. 


उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में निजवा विश्वविद्यालय ओमान की सह प्राध्यापक डॉ. कनीज फातिमा को आमंत्रित किया गया जिन्होंने वित्तीय घोटालों से होने वाली हानियां तथा बचाव के उपाय पर अपना विशिष्ट शोध पत्र प्रस्तुत किया.


सम्मेलन में रखे गए दो सत्र.

सम्मेलन में दो तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया जिसमें देश भर के विभिन्न शिक्षाविदों, शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों द्वारा भिन्न-भिन्न विषयों पर करीब 40 शोध पत्र पढ़े गए जिसमें प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता प्रो. आशीष माथुर, केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा द्वारा की गई तथा दूसरे सत्र की अध्यक्षता प्रो. के. एस. ठाकुर कुलपति, गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय बांसवाड़ा राजस्थान द्वारा की गई.

शिक्षकों के नाम से पुरुस्कार की घोषणा.

सम्मेलन की कार्यकारिणी द्वारा श्रेष्ठ शोधार्थियों के प्रोत्साहन के लिए विभाग के पूर्व शिक्षकों के नाम से निम्न पुरूस्कार देने की घोषणा की गयी :- प्रोफेसर अमर नारायण अग्रवाल विभाग संस्थापक श्रेष्ट शोध पत्र पुरूस्कार, प्रोफेसर हरिशचंद्र सैनी (वित्त में) श्रेष्ट शोध पत्र पुरूस्कार, प्रोफेसर रमेश कुमार भारती (लेखांकन में) श्रेष्ट शोध पत्र पुरूस्कार, प्रोफेसर प्रफुल कुमार सेठ (कराधान में) श्रेष्ट शोध पत्र पुरूस्कार, , प्रोफेसर विमल कुमार जैन स्मृति (मानव संसाधन तथा विपणन में) श्रेष्ट शोध पत्र पुरूस्कार.


कार्यक्रम के निर्देशक प्रो. जे. के. जैन द्वारा सभी मुख्य अतिथियों एवं सहभागियों का स्वागत किया गया तथा उद्घाटन सत्र का समापन प्रो. मनविंदर सिंह पाहवा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करके किया गया.


कार्यक्रम का संचालन विभाग के शोधार्थी हर्षित जैन, भव्यता जैन, एवं पूजा साहू द्वारा डॉक्टर रूपाली सैनी, सहायक प्राध्यापक, वाणिज्य विभाग के मार्गदर्शन में किया गया.