◽️आनंद, प्रेम और एकता का प्रतीक “होली”

स्वयं सिद्धा एवं भारतीय स्त्री शक्ति के संयुक्त तत्वधान में होली महोत्सव का आयोजन किया गया.

अध्यक्षीय उद्बोधन में भारतीय स्त्री शक्ति की प्रदेश उपाध्यक्ष, डाॅ0 प्रतिभा तिवारी ने कहा कि – होली भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख पर्व है जो खुशी, आनंद, प्रेम और एकता का प्रतीक है. इसे पूरे उत्साह के साथ हम मना रहे हैं. इसे सामाजिक बंधनों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर मानना चाहिए.

होली के दिन हमें युवाओं और बुजुर्गों के बीच विभिन्न गतिविधियों, नृत्य, संगीत, खाने-पीने और खुशी के साझा लाभ को अनुभव करना चाहिए. हमें यह भी याद रखना चाहिए क्योंकि होली एक आपसी समझ, समरसता और समानता का प्रतीक है. हम महिलाओं को इस महत्वपूर्ण पर्व के तत्वों के साथ परिचित करना चाहिए और उन्हें शिक्षा देनी चाहिए कि होली को सम्पूर्ण आनंद और संतुष्टि के साथ मनाएं और दूसरों के साथ प्यार और सम्मान का आदान-प्रदान करें. होली हमारे साथी और पवित्र परंपराओं को जीवित रखने का साक्ष्य है और हमें इसका समर्थन करते हुए इसका आनंद लेना चाहिए. इस एकता, मित्रता और भाईचारे के प्रतीक होली को आज हम बहिन मना कर अपने संगठित समूह और सहयोग सहभागिता से अपनी गरिमामयी संस्कृति को चरितार्थ कर रहे हैं आप सभी का इस पावन अवसर पर स्वागत है.

इस महोत्सव में आभार ज्ञापन श्रीमती शालिनी तिवारी के द्वारा दिया गया.

इस अवसर पर डाॅ0 राजुल सिंघई, श्रीमती श्रीदेवी तिवारी, श्रीमती शैलबाला बैरागी, श्रीमती मधु दरे, श्रीमती अनिता पाली, श्रीमती रितू सिंह, श्रीमती रितू वघेल, श्रीमती सुष्मिता सिंह, श्रीमती ज्योति गौतम, श्रीमती सुमन तिवारी के साथ महिला समुदाय ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति देकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया.

कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ.