पत्रकारिता के विद्यार्थी व्यक्तित्व निर्माण के साथ राष्ट्र की प्रगति और विश्व कल्याण की नवीन राहों का निर्माण करने में निपुण होते हैं.
-प्रो दिवाकर सिंह राजपूत –
डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष के रूप में संचार एवं पत्रकारिता विभाग के शिक्षकों, शोधार्थियों, विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों से सीधा संवाद करते हुए प्रोफेसर दिवाकर सिंह राजपूत ने कहा कि “संचार एवं पत्रकारिता के विद्यार्थी अपने व्यक्तित्व निर्माण के साथ ही राष्ट्र की प्रगति और विश्व कल्याण के लिए नवीन राहों का निर्माण करने में निपुण एवं सक्षम होते हैंl”
प्रोफेसर दिवाकर सिंह ने नये दायित्व के साथ विभागीय परिवार से सीधा संवाद किया और एक प्रेरक उद्बोधन दिया. डॉक्टर राजपूत ने कहा कि युवा वर्ग और पत्रकार हमेशा रचनाधर्मी होते हैं. समस्याओं का समाधान करने की क्षमता के कारण मानवता और मूल्यों को संपोषित करते हैं. शिक्षक और विद्यार्थियों के अनुशासित जीवन के कारण समाज में उनकी भूमिका पर भी प्रकाश डाला. प्रोफेसर राजपूत ने कहा कि पत्रकारिता के लिए संवाद कौशल, सूक्ष्म अवलोकन, समय प्रबंधन, भाषायी समृद्धि और आत्मविश्वास जैसे गुण अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं. डॉक्टर राजपूत ने विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉक्टर हरीसिंह गौर के समर्पण की चर्चा करते हुए कहा कि उनके प्रेरक व्यक्तित्व से सदा एक नयी ऊर्जा मिलती है.