◽️आत्मनिर्भरता की दिखेगी झलक – कपिल मलैया.

सागर शहर में पहली बार स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन, स्वदेशी जागरण मंच द्वारा स्वदेशी मेले का आयोजन किया जा रहा है. यह मेला 25 फरवरी से 3 मार्च तक पीटीसी ग्राउंड में लगेगा.


“वोकल फ़ॉर लोकल” का है संदेश

मेला के संयोजक एवं विचार समिति अध्यक्ष कपिल मलैया ने बताया कि मेला का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के “वोकल फ़ॉर लोकल” के संदेश के साथ ही देशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक करना है. उन्होंने कहा कि स्वदेशी मेला जहां एक ओर लोगों का भारत के स्थानीय उत्पादों से परिचय कराता है, वहीं लघु व मध्यम उद्योगों को अवसर प्रदान करने का भी काम करता है. स्वदेशी मेले जैसा शायद ही कोई मंच है, जो लोक उत्पाद को इतना बड़ा बाजार उपलब्ध कराता है. इन आयोजनों में भारत की समृद्ध परंपरा की झलक देखने को मिलती है. श्री मलैया ने बताया कि संस्कृति और परंपराओं की धरोहर तथा औद्योगिकीकरण की दौड़ में तेजी से आगे बढ़ रहे सागर में स्वदेशी मेले का आयोजन किया जा रहा है.

सागर को मिली पहली बार आयोजन की सौगात

सन 1999 से देश में आयोजित हो रहे स्वदेशी मेलों की श्रृंखला में छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के पश्चात अब सागर नगर को पहली बार आयोजन की सौगात मिली है. स्वदेशी मेला भारतीय उद्यमियों के लिए नए व्यावसायिक अवसर उपलब्ध कराता है. विगत 20 वर्षों में यह मेला भारतीय उत्पादकों, ग्रामीण, कुटीर, निजी, सहकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के लिए लाभकारी व्यापार उपक्रम के रूप में उभरा है. स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन अपनी स्थापना के बाद से देश भर में आयोजित 328 से अधिक स्वदेशी मेलों में उद्यमिता विकास, व्यापार एवं उद्योग से जुड़े विषयों पर सेमिनार आयोजित करता आ रहा है. भारतीय उत्पादों में गुणवत्ता विकास और उन्हें बेहतर चयन की सुविधा प्रदान करने का यह उपक्रम है.

रायपुर, बिलासपुर, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, मथुरा, दिल्ली आदि शहरों के स्वदेशी वस्तुओं के स्टॉल लगाए जाएंगे.

मेले में यह लगेंगी प्रदर्शनी

समिति की कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता अरिहंत ने कहा कि मेले में कई उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जायेगी. इस दौरान कई तरह ही प्रतियोगितायें भी होंगी साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे. मेले में ज्वेलरी, कपड़े, गृह सामग्री, बच्चों के झूले, हैण्डीक्राफ्ट एवं हैण्डलूम, कुश्ती प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाएगा.

समिति के मीडिया प्रभारी अखिलेश समैया ने बताया कि यह मेला आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के सपनों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे स्थानीय उत्पादकों को साकार करने का अवसर मिलेगा.

स्वावलंबन कार्यकर्ता रविन्द्र ठाकुर ने बताया कि स्वदेशी मेला भारतीय उत्पादकों और उद्योगों को मजबूती प्रदान करता है. स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन अपने विभिन्न आयामों के अंतर्गत आरोग्य मेला, बनवासी मेला, विज्ञान मेला, ग्राम भारती खादी ग्राम उद्योग मेला का सफल आयोजन पूरे देश भर में कर चुका है.