गूँज उठे नए बस स्टैण्ड

भोपाल -भोपाल- भोपाल—नरसिंहपुर की ओर जाने वाली बस—-ऐसी आवाजों से आधुनिक सुविधाओं से युक्त नए आरटीओ के बाजू में बनाया गया नया बस स्टैंड क्रमांक 1 और लेहदरा नाके के पास बनाया गया नया बस स्टैंड क्रमांक 2 से कोई यात्री छतरपुर की ओर रवाना हुआ तो कोई नरसिंहपुर गया और बस स्टैंड क्रमांक 2 से कोई यात्री भोपाल गया तो कोई यात्री विदिशा की ओर रवाना हुआ.

          दरअसल 13 मई दिन सोमवार का दिन सागर और सागर आने -जाने वाले यात्रियों के लिए दो नए आधुनिक बस स्टैंडों की सौगात लेकर आया तो पुराने प्राइवेट और सरकारी बस स्टैंड के स्थान को इतिहास में दर्ज कर गया और अब के बाद यह कहा जाएगा कि यहां कभी प्राइवेट और सरकारी बस स्टैंड हुआ करता था, जिनको आने वाली पीढ़ियां कहानी के रूप में सुनेंगी. 

     किसी छोटे से स्थान पर सैकड़ों की संख्या में रोज बस आती- जाती थीं जिनमें हजारों की संख्या में यात्री आते- जाते थे लेकिन अब आने वाली पीढ़ी वक्त के बदलने के साथ अपने -अपने गंतव्य पर जाने के लिए 2 नए बसस्टैंड पर जाएंगे और वह कहेंगे कि बस स्टैण्ड तो आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होते हैं.

          वैसे समय का नियम है कि वह हमेशा परिवर्तनशील होता है और उसके परिवर्तन के साथ-साथ मानव जीवन और उसकी सुविधाओं में भी परिवर्तन होता है ऐसा ही नये बसस्टैंड के प्रारंभ होने के रूप में 13 मई को हुआ है.

क्योंकि जब यह पुराने बसस्टैंड जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए यहां पर स्थापित किए गए थे तब शायद यहां पर न तो इतना यातायात का दवाब था और यातायात भी सुगमता से चलता रहता था लेकिन समय बदला और परिस्थितियां बदली जनसंख्या बढ़ी जिसके कारण आज की स्थिति में जो उस समय स्थान खाली हुआ करता था अब वहां से पैदल चलना मुश्किल हो गया इसलिए नये बसस्टैंड की आवश्यकता महसूस हुई ताकि समय के साथ-साथ यात्रियों को भी आधुनिक सुविधाएं मिल सकें और यातायात का दबाव कम होने से नागरिकों को आने- जाने के लिए भी सुविधा हो इसीलिए जनहित नगर हित और यात्री सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए नए आरटीओ कार्यालय के बाजू में बस स्टैंड क्रमांक 1 एवं लेहदरानाका के आगे बस स्टैंड नंबर 2 निर्माण किए गए और इनका निर्माण करते समय आधुनिक नागरिक सुविधाओं ,आने- जाने वाले यात्री वाहनों की उचित पार्किंग तथा बसस्टैंड के सामने पार्क और हरियाली के साथ पेड़- पौधे सीसीटीवी कैमरा, टॉयलेट सुविधा और यात्रियों को बैठने के लिए आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कमरे मानो बसस्टैंड पर ही किसी बड़े शहर की भांति सुविधा उपलब्ध कराई गई है.

पुराने बसस्टैंड पर पहले दिन कुछ यात्री जरूर पहुंचे जिन्हें वहां पर पहले से तैनात किए गए निगम के कर्मचारियों ने बसस्टैंड के बारे में पूरी जानकारी दी और उनको रवाना कर नये बसस्टैंड का रास्ता बताया.

पुराने बसस्टैंड की साफ -सफाई का कार्य प्रारंभ 

निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने पुराने शासकीय और प्राइवेट बस स्टैंड की सफाई कराई और जगह-जगह दीवारों पर लगे पीक के स्थान को साफ कराने के निर्देश दिए साथ ही साथ अब पुराने बसस्टैंड पर वाहनों की आवाजाही पूर्ण बंद हो गई है इसलिए इनकी पूरी सफाई कर बेरीकेटिंग करने के निर्देश दिए.

छोटे दुकानदारों को बदलना होगी कार्यशैली 

पुराने प्राइवेट और सरकारी बसस्टैंड पर अपना छोटा-मोटा रोजगार करने वाले दुकानदारों को निगमायुक्त ने समझाया कि आधुनिकता के साथ उन्हें भी अपने धंधे को आधुनिक बनाना होगा और मोबाइल टेक्नोलॉजी का भी भरपूर उपयोग करना होगा.

ऑटो रिक्शा वाले

सुबह से जैसे ही दोनों बस स्टैंड चालू हुए तो ऑटो वालों का धंधा भी शुरू हो गया और वे यात्रियों को छोड़ते नजर आए.