शोधार्थियों ने रखी अपनी जिज्ञासायें

सार्थक शोध के लिए समुचित समय प्रबंधन, रचनाधर्मी जिज्ञासा और ईमानदार समर्पित प्रयास बेहद महत्वपूर्ण सिद्ध होते हैं.” ये विचार व्यक्त किए प्रोफेसर दिवाकर सिंह राजपूत ने सम्वाद श्रृंखला में अध्यक्षीय उद्बोधन में. 

डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के मानविकी एवं समाज विज्ञान संकाय में सत्र 2023-24 के नवप्रवेशित शोधार्थियों के लिए सम्वाद श्रृंखला का आयोजन किया गया. संवाद श्रृंखला में संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर दिवाकर सिंह राजपूत ने शोधार्थियों को शोध संबंधी नियमावली एवं बारीकियों की जानकारी देते हुए कहा कि एक अच्छे शोधकर्ता को सदैव सजग और समय का पाबंद रहना चाहिए. अधिष्ठाता प्रो राजपूत ने कहा कि विषय की प्रकृति और संस्थान के मूल्यों को पहचान कर अकादमिक श्रेष्ठता के लिए आगे बढ़ने की चाह रखने वालों को सफलता जरूर मिलती है. प्रो राजपूत ने कहा कि संवाद से शोध की बारीकियों को समझने में आसानी होती है.


कार्यक्रम में शोधार्थियों ने अपनी जिज्ञासायें रखी. संवाद श्रृंखला में समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, इतिहास और प्राचीन भारतीय इतिहास के शोधार्थियों ने सहभागिता की. शोधार्थी प्रावीण्या श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया.