सदर स्थित हरयानी निवास पर सुंदरकांड पाठ विधि विधान के साथ संपन्न हुआ. इस दौरान आमंत्रितगण भक्तिभाव में झूम उठे ।
इस दौरान रामायण मंडल के सदस्यों ने बताया कि सुंदरकांड का पाठ कराने से व्यक्ति के जीवन में अगर परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं तो किसी विशेषज्ञ से एक बार अपनी कुडंली की जांच जरूर करवानी चाहिए. कई बार व्यक्ति के जीवन में परेशानियों की वजह पितृ दोष भी हो सकते हैं. पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए संकटमोचन हनुमान जी की विशेष अराधना से लाभ मिलता है. हनुमान बाबा को कलयुग का साक्षात् देव माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि सकंटमोचन हनुमान आज भी धरती पर मौजूद हैं.
अगर आप पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें. मान्यता है कि हनुमान चालीसा के पाठ से कई तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है. हनुमान जी के पास पितृ दोष समाप्त करने की प्रार्थना करने के बाद चालीसा का पाठ नियमित रूप से करने से आपकी कामना पूर्ण होगी. ऐसा करने से पितृ दोष का प्रभाव कम हो जाता है ।
मान्यता है कि जिस जगह श्रीराम और मां सीता का संकीर्तन होता है वहां हनुमान जी जरूर पहुंचते हैं. इसलिए नियमित रूप से घर में थोड़ी देर के लिए प्रभु श्रीराम और मां सीता का संकीर्तन प्रेम पूर्वक करें. और कष्टों को दूर करने की प्रार्थना करें।
इस अवसर पर रामायण मंडल के सदस्य देवेंद्र, के.अरुण, के.जनविजय, के.राजीव, के.अमित,अतिन, गुड्डू गुप्ता , रामप्रसाद विश्वकर्मा हरिनारायण सेन, यशवंत, लक्ष्मण, नवीन, रोशन के अलावा हरियानी परिवार के मुकेश हरियानी, नवीन हरयानी,ओमी हरयानी,विकास केसरवानी, रुकमणि केसरवानी, प्रेमनारायण केसरवानी और अन्य भक्त भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।