नागरिक बन सकते हैं गंगा आरती के यजमान

लाखा बंजारा झील किनारे गंगा आरती का आयोजन बड़ी संख्या में श्रद्धा विश्वास और आस्था के साथ शामिल श्रद्धालुओं की उपस्थिति में किया गया।

निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक सागर स्मार्ट सिटी राजकुमार खत्री के मार्गदर्शन में स्वच्छ सर्वेक्षण मेरा शहर मेरी पहचान 2024 और राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम अंतर्गत सागर की ऐतिहासिक झील को साफ-स्वच्छ रखते हुये जलस्रोत संरक्षण, जल संवर्धन और प्रकृति संरक्षण के लिए नागरिकों में जागरूकता लाने हेतु प्रारम्भ की गई माँ गंगा की आरती शहर के नागरिकों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र बन रही है।

प्रति सोमवार को बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ ही सागर आये अन्य शहरों के नागरिक भी उत्साह के साथ चकराघाट पर गंगा आरती में शामिल होने पहुंचने लगे हैं। सोमवार को आरती के दौरान स्थानीय श्रद्धालु हरीश बड़ोन्या एवं योगेश बड़ोन्या द्वारा माँ गंगा को 56 व्यंजनों से महाभोग लगाने की व्यवस्था की गई। एक अन्य श्रद्धालु द्वारा माँ गंगा की प्रतिमा को आकर्षक श्रंगार सामग्री से सजवाया गया। आरती के दौरान लगाया गया महाभोग सभी उपस्थित नागरिकों में वितरित किया गया।

उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम द्वारा नेशनल क्लीन एयर प्रोगाम के अनुरूप शहर की साफ-सफाई और स्वच्छ पर्यावरण हेतु नागरिकों को जागरुक कर झील को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त करने का कार्य किया गया जा रहा है।

गंगा आरती के अवसर पर चकराघाट पर उपस्थित नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम द्वारा शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं इसलिए सभी लोगों का दायित्व है कि वे भी शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने में सहयोग प्रदान करें तथा स्वच्छ सर्वेक्षण प्रतियोगिता में अपनी सहभागिता कर शहर को अच्छी रैंक दिलाने में सहयोग करें । पूजन सामग्री को निर्मल कुंड में ही डालें, सभी नागरिकगण घरों के आसपास साफ-सफाई रखें तथा दूसरे लोगों को भी अपने वार्ड को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित करें।

“नागरिक बन सकते हैं यजमान” 

प्रत्येक सोमवार को गंगा आरती के अवसर पर श्रद्धालुओं की आस्था और इच्छा को देखते हुए यजमान बनाने की व्यवस्था की गई है जो भी गंगा आरती के अवसर पर यजमान बनना चाहते हैं वे गंगा आरती के 30 मिनट पहले संपर्क कर सकते हैं।