बी.टी. इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस में 08 मार्च 2024 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
भारत की धरती को माँ का दर्जा – डाॅ टंडन
बी.टी. इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस के प्राचार्य डॉ राजू टंडन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 के लिए संयुक्त राष्ट्र की थीम ‘महिलाओं में निवेश प्रगति में तेजी लाएं’ है. उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्यों और कब से मनाया जा रहा है, उसके इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा की भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसने धरती को माता का दर्जा दिया है. नदियों को अपनी मां कहा, उन्होंने मनुस्मृति के दूसरे अध्याय के श्लोक “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः” का अर्थ बताते हुए कहा कि जहां स्त्रियों की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं, और जहां स्त्रियों की पूजा नहीं होती और उनका सम्मान नहीं होता, वहां किए गए अच्छे कर्म भी निष्फल हो जाते हैं. उन्होंने सभी छात्राओं को अपने स्तर पर आगे बढ़ते रहने, लगातार प्रयास कर अपनी अलग पहचान बनाने के लिए प्रेरित किया.
सशक्तिकरण का अर्थ आश्वस्त रहना – डाॅ सुबोध
डॉ प्रोफेसर सुबोध जैन ने छात्राओं को महिला सशक्तिकरण का असली मतलब बताया. उन्होंने बताया की सशक्तिकरण का अर्थ है आश्वस्त रहना और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करना. उन्होंने कहा कि वक्त के साथ समाज में महिला सशक्तिकरण के मायने भी बदलते रहते हैं. पहले की तुलना में आज के दौर में महिलाएं काफी सशक्त हैं, उन्होंने हर क्षेत्र में आगे बढ़कर खुद को साबित किया है. आज भी कई क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी कम है. वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ अपने फैसले स्वयं करना, शिक्षा और कैरियर चुनने की स्वतंत्रता जैसे आज भी ऐसे कई विषय हैं, जिन पर महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से काम करने की जरूरत है.
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्व स्तर पर नारी की उभरती हुई छवि, भारत में सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विकास में महिलाओं की भूमिका, सरकारी एवं गैर सरकारी क्षेत्र की सेवाओं में महिलाओं के योगदान पर प्रकाश डाला. छात्र-छात्राओं ने फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, पोस्टर, स्लोगन के जरिए महिला सशिक्तकरण का संदेश दिया.
कार्यक्रम में प्रगति पाठक , काजल पटेल , शिद्रा नूर , महिमा मसीह , आशिका मेवारी, अमिता चौरसिया , सेज़ल ठाकुर , आदि ने विभिन्न कार्यक्रमो में भाग लिया ।
इस दौरान, बी.टी. इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस के सम्पूर्ण स्टाफ और छात्र/छात्राओं ने इस आयोजन में भाग लिया. इस कार्यक्रम का संचालन सुश्री अदिति जैन और सुश्री निगार हाशमी ने किया एवं आभार श्रीमती अंजली दूबे ने माना.
प्रोफेसर सुबोध जैन, संदीप जैन (बी.टी.इंस्टिट्यूट ऑफ़ एक्सीलेंस के डायरेक्टर), डॉ.संचिता जैन, डॉ आकृति कनोज़िया , श्रीमती अल्का ,श्रीमती किरण तिवारी, श्रीमती फ़रहीन ख़ान ,श्रीमती रूबल ओबरॉय , श्रीमती प्रीति पांडेय आदि कार्यक्रम में उपस्थित हुए.

