जल भराव क्षेत्रों में प्रशासनिक अधिकारियों की मैराथन.

पिछले दो दिनों से सागर जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से जिले की अनेक ग्रामों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई।

कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने अन्य अधिकारियों के साथ आज जिले के विभिन्न अनुविभागों में पहुंचकर जल भराव वाले क्षेत्र का निरीक्षण किया एवं प्रभावित व्यक्तियों से चर्चा की।

 कलेक्टर दीपक आर्य द्वारा तत्काल रूप से सर्वे दल का गठन कराया गया एवं निर्देश दिए गए कि सर्वे दल द्वारा शीघ्रता से सर्वे करें, जिससे कि सर्वे रिपोर्ट शासन को भेजी जा सके और मुआवजा राशि का वितरण कराया जा सके।  कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जल भराव वाले क्षेत्रों में व्यक्तियों को राहत केंप में ठहरायें जहां स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य शिविर लगाकर सभी का स्वास्थ्य परीक्षण करें।

कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि सभी प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल रूप से भोजन उपलब्ध कराया गया है। सूखे राशन की भी व्यवस्था की जा रही है। साथ में हल्दी, नमक, तेल, मिर्च, शक्कर, पत्ती, आटा, चावल भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी, सभी के लिए समुचित व्यवस्थाएं की जा रही हैं। कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि जल भराव वाले क्षेत्र की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है, जिससे कि नुकसान की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके । कलेक्टर के निर्देश पर विभिन्न ग्रामों में राहत कैंप स्कूल भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवनों में बनाए गए हैं, जहां समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई गई हैं। राहत कैंप में प्रभावित परिवारों को लाकर ठहराया गया है, जहां उनको  पेयजल, भोजन सहित अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं ।

नरयावली

कलेक्टर दीपक आर्य पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के साथ नरयावली विकासखंड के ग्राम जेरई पहुंचे। जहां ग्राम में जल भराव की स्थिति निर्मित हुई थी और कुछ ग्रामवासी पानी में फंस गए थे उन्हें होमगार्ड एवं एसडीआरएफ की टीम के द्वारा तत्काल जल भराव क्षेत्र से बाहर निकाला गया एवं सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।

बीना

कलेक्टर श्री आर्य बीना विकासखंड के ग्राम बिल्धव, गाडोली, वेदई ग्रामों में जल प्रभावित जल भराव क्षेत्र में पहुंचे, जहां उन्होंने प्रभावित व्यक्तियों से चर्चा की और तत्काल वहां से अन्यत्र उनको राहत कैंप पर लाकर शिफ्ट किया गया। बिल्हौर ग्राम के प्रभावित व्यक्तियों को वहां पंचायत भवन एवं स्कूल भवन में राहत कैंप लगाए गए हैं, जहां रुकने एवं खाने-पीने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। कलेक्टर दीपक आर्य ने तत्काल प्रभाव से सर्वेदल का गठन करने के निर्देश दिए एवं कहा कि सर्वेदल द्वारा तत्काल प्रभावित क्षेत्र का सर्वे करें एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। जिससे कि शासन को रिपोर्ट भेजी जा सके और नुकसान  का मुआवजा प्रदान किया जा सके।  उन्होंने कहा कि कोई भी प्रभावित व्यक्ति चिंतित न हो, सभी को नुकसान के हिसाब से मुआवजा प्रदान किया जाएगा।  उन्होंने निर्देश दिए कि मकान टूटने एवं सामग्री नष्ट होने का भी सर्वे किया जाए। एसडीएम बीना देवेंद्र प्रताप सिंह, तहसीलदार हेमराज मेहर, सुनील शर्मा के द्वारा लगातार जल भराव क्षेत्र में पहुंचकर प्रभावितों को बाहर निकालने की कार्रवाई जारी है।

बण्डा

सागर जिले के बंडा विकासखंड के ग्राम उल्दन बांध का पानी ग्राम सलैया, बहरोल, उल्दन की निचली बस्तियों में आ जाने से वहां जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई जिससे कि एसडीएम गगन बिषेन, तहसीलदार जीएस राय के द्वारा कार्रवाई करते हुए निचली बस्तियों के लगभग 70 परिवारों को जल भराव क्षेत्र से बाहर निकाला गया एवं उनको पंचायत भवन, आंगनवाड़ी, स्कूल भवन में तत्काल राहत कैंप तैयार किए गए एवं रोकने के लिए संपूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई गई हैं। सभी राहत कैंप में पानी भोजन की व्यवस्था भी कराई जा रही है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने निर्देश दिए कि जल भराव क्षेत्र में संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए एवं राहत कैंप जो बनाए गए हैं, उन में भी पुलिस तैनात रहे जिससे की सुरक्षा बनी रहे। उन्होंने सभी लोगों से अपील भी की है कि जल भराव वाले क्षेत्रों में ना जाएं और यदि कोई व्यक्ति या परिवार जल भराव में फंसता है तो उसकी जानकारी संबंधित थाने में अवश्य दें जिससे कि समय से उसका रेस्क्यू किया जा सके ।