नेपाल में सागर के आचार्य की पुस्तक का विमोचन.

नेपाल की राजधानी काठमांडू में महेश्वरी सदन में संचालित श्री शिव महापुराण की कथा के पुण्य अवसर पर सागर के साहित्यकार पूर्व शिक्षा अधिकारी आचार्य महेश दत्त त्रिपाठी की देश में बहुचर्चित काव्य कृति (सोंधी माटी) का विमोचन एवं लोकार्पण पूज्य कथा व्यास डॉ प्रमोद शास्त्री के सानिध्य में किया गया ।

सोंधी माटी काव्य ग्रंथ मेरी अंतर यात्रा की शुरुआत है जिसमें प्रकृति पर्यावरण महापुरुषों की गौरव गाथाओं की कविताएं सृजित की गई हैं, मेरे द्वारा हजारों बालसभाएं स्कूलों में करने के बाद ऐसा प्रतीत हुआ की पुस्तक लिखने से समाज और पीढ़ी के साथ ही कृतिकार भी अजर अमर हो जाता है ।

-कवि महेश त्रिपाठी-

डॉ प्रमोद शास्त्री ने कहा कि सागर के मूर्धन्य विद्वान संस्कृत के विद्वान पंडित जगन्नाथ प्रसाद त्रिपाठी, पहरगुआ वालों के पुत्र आचार्य पंडित महेश दत्त त्रिपाठी की यह काव्य कृति सोंधी माटी अनंत काल तक भारतीय समाज में ज्ञान की ज्योति प्रकाशित करती रहेगी, उन्होंने कहा कि आपके पूज्य पिताजी ने धर्म श्री संस्कृत महाविद्यालय सागर में अपनी गाढ़ी कमाई से बटुकों को एक कक्ष का निर्माण कराके सनातन धर्म की प्रभावना बढ़ाई है ।


 इस अवसर पर महेश्वरी सदन की ट्रस्टी काठमांडू नेपाल के सुप्रसिद्ध लेखक महादेव प्रसाद पूर्व संयुक्त संचालक शिक्षा आर एन शुक्ला, नवल किशोर शर्मा, डी एन दुबे, पंडित कामता प्रसाद रिछारिया, आचार्य पंडित चंद्रभान, मनोहर साहू, रवि शंकर शिव शंकर केसरी बीना केसरवानी, डॉ उर्मिला सोनी, रामरतन पटेरिया, श्रीमती ममता त्रिपाठी सहित डॉक्टर उषा बर्मन, नंदकिशोर, पंडित उमेश दुबे सहित सैकड़ों भक्त जनों ने साहित्यकार आचार्य महेश त्रिपाठी का मंच पर सम्मान कर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं ।