रजा फाउंडेशन दिल्ली एवं श्यामलम संस्था सागर के संयुक्त तत्वावधान में इम्मानुएल उमावि सागर में शहर के 6 महान अग्रज कवियों कि स्मृति में उनके द्वारा रचित कविताओं का पाठ विद्यालयों के 36 छात्र – छात्राओं द्वारा बहुत ही रोचक ढंग से स्कूल के सभागार में काव्य किया गया ।
इनमें मुख्य रूप से स्मृति शेष कवि सर्व माधव शुल्क मनोज, राजा दुबे, शिवकुमार श्रीवास्तव, जीतेन्द्र कुमार, आग्नेय एवं रमेश दत्त दुबे की कवितायेँ रही । प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल ने 3 सदस्य अम्बिका यादव, मुकेश तिवारी एवं श्रीमति वंदना जूड़ा रहीं ।
निर्णायक मंडल ने सभी 36 बच्चों का काव्य पाठ सुना एवं प्रथम तीन स्थान पाने वाले छात्रों का चयन किया ।
प्रथम स्थान पर कक्षा 11 के द्रश्य कुमार रवि
द्वितीय स्थान पर कक्षा 8 वीं के पूनम अहिरवार
तृतीय स्थान पर कक्षा 11 के पुष्पेन्द्र चढार रहे
जिन्हें पुरस्कार स्वरुप प्रमाण-पत्र काव्य संग्रह की पुस्तक नगद राशि कोषाध्यक्ष हरिनारायण शुक्ला ने प्रदान की । इन तीनो छात्र-छात्राओं का मंच की ओर से पुष्प माला पहनाकर अभिनन्दन किया गया ।
कार्यक्रम का प्रारंभ महाकवि, महाकाव्य रामायण के रचेयता महर्षि वाल्मीकि एवं तुलसीदास जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य आनंद गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्यामलम संस्था के अध्यक्ष उमाकांत मिश्रा ने कहा कि- “कविता, भावनाओं, विचारों एवं धारणाओं की अभिव्यक्ति है ।” इसलिए अपनी हिंदी भाषा को मजबूत करने के लिए कविता में सभी को रूचि रखना चाहिए । इस अवसर पर विद्यालय का सम्पूर्ण स्टाफ एवं कक्षा 11 एवं 12 के सभी विद्यार्थी सभागार में बड़ी संख्या में उपस्थित थे ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से रजा फाउंडेशन एवं श्यामलम् संस्था कि ओर से कपिल बैशाखिया, प्रदीप पांडे, कवि मुकेश तिवारी एवं हरिनारायण शुल्क आदि उपस्थित थे ।
कार्यक्रम का संचालन स्कूल की वरिष्ठ व्याख्याता श्रीमति मंजुलता तिवारी ने किया । राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र सिंह भदौरिया ने कार्यक्रम की सम्पूर्ण व्यवस्थायें देखीं ।

