पसमांदा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यमंत्री अनीस मंसूरी एक निजी कार्यक्रम में सागर आए । इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पसमांदा (पिछड़े) मुसलमानों के लिए न तो केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकारों ने इनके विकास के लिए कोई ठोस कार्ययोजना बनायी। इन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है कि पसमांदा मुसलमानों को भी धारा 341/3 के अंतर्गत धार्मिक पाबन्दी ख़त्म करके हिन्दू दलितों की भांति पसमांदा मुसलमानों को भी आरक्षण का लाभ दिया जाये ।
इन्होंने कहा कि पसमांदा मुसलमानों के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं केंद्र और राज्य की गूंगी बहरी सरकारों को इनकी आवाज़ सुनाई नहीं देती है।
एक तरफ भाजपा का नारा है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, यह सब जुमले बाज़ नारे हैं, पिछले कई वर्षों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पसमांदा मुसलमानों को पार्टी से जोड़ने के अभियान चलाने की बात करते आ रहे हैं उनके हालात पर घड़याली आँसू बहाते आ रहे हैं ।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत
अनीस मंसूरी ने कहा की उत्तर प्रदेश में मदरसों के बारे में इलाहबाद हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में मदरसे बंद करने का आदेश दिया था जिससे उत्तर प्रदेश में मदरसों को संचालित करने पर संशय था कल माननीय उच्चतम न्यायलय ने मदरसा अधिनियम को संवैधानिक मान्यता दे दी जिससे देश के मुसलमानो में न्यायपालिका के प्रति विश्वास बढ़ा है. हम उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं ।
अनीस मंसूरी का हुआ भव्य स्वागत
मंसूरी समाज के जिलाध्यक्ष सक्रिय कार्यकर्ता महबूब मंसूरी के पारिवारिक निकाह कार्यक्रम में सागर आए राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी का मुस्लिम समाज की ओर से भव्य स्वागत किया गया । इस दौरान उन्होंने संगठन के विस्तार में सक्रिय भूमिका निभा रहे महबूब भाई मंसूरी की प्रशंसा की ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहम्मद एहसान मंसूरी, संगठन मंत्री हुसैन अली मंसूरी पाक़ीज़ा, रायसेन जिला अध्यक्ष मोहम्मद फ़ारूक़ मंसूरी सागर जिला सरपरस्त हाजी इंजीनियर कबीर मंसूरी, प्रभारी मो. परवेज़ मंसूरी, सचिव डॉ जलील मंसूरी, सहसचिव रईस मंसूरी,जाहिद ठेकेदार के अलावा भारी संख्या में मंसूरी व पसमांदा मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे।

