प्राचीन इम्मानुएल स्कूल में गुरुपूर्णिमा महोत्सव

शनिवार के दिन इम्मानुएल स्कूल में गुरुपूर्णिमा   महोत्सव विद्यालय के गुरुजनों के सम्मान के साथ संपन्न हुआ ।

कार्यक्रम के आयोजक विद्यालय के पूर्व छात्र अधिवक्ता सनेंद्र कनासिया एवं उनकी पत्नी पुलिस निरीक्षक श्रीमती संतोषी कनासिया रहीं ।

कार्यक्रम के प्रारंभ में एडवोकेट सनेंद्र कनासिया ने इम्मानुएल स्कूल के कक्षा 6 से 12 तक किये गए अपने अध्ययन काल को स्मरण करते हुए बताया कि हमारे समय के केवल अब दो गुरुजन ही कार्यरत हैं जिनमें प्राचार्य के रूप में श्री आनंद गुप्ता एवं श्री आर.जी. सोनी हैं । शेष हमारे पुराने सभी शिक्षक सेवानिवृत हो चुके हैं । इन सभी शिक्षकों का गुरुपूर्णिमा के अवसर पर शत-शत नमन । एडवोकेट श्री कनासिया एवं श्रीमती कनासिया दोनों ने विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों का बारी-बारी से पुष्प माला, श्रीफल, उपहार एवं वृक्षारोपण हेतु एक-एक पौधे से सम्मान किया और कहा कि इस सौ वर्ष पुरानी स्कूल में कार्यरत सभी गुरुजन बहुत ही योग्य, निपुण, कर्मठ हैं । इस प्राचीन विद्यालय में पढ़ने का मुझे गौरव प्राप्त है क्योंकि हमने स्कूल में कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक यहीं अध्ययन किया है, तब शाला के वर्तमान प्राचार्य गुप्ता सर हाईस्कूल की कक्षाओं में पढ़ाया करते थे तथा श्री आर.जी. सोनी सर की हमने पिटाई भी खाई है, कान भी खिंचवाए हैं तब जाकर हम एक परिपक्व अच्छे इन्सान बनकर इस मुकाम पर पहुँचे हैं ।

 इस अवसर पर प्राचार्य ने अपने आभार प्रदर्शन में कहा कि भूतपूर्व छात्र सनेंद्र कनासिया जैसे बहुत कम शिष्य वर्तमान में हैं जो अपने पुराने गुरुओं के प्रति कृतज्ञ हैं तब ही उन्होंने गुरुपूर्णिमा पर अपने विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों का सम्मान समारोह एवं इतना बड़ा व्यय भार उठाया ।


इस अवसर पर प्राचार्य श्री गुप्ता ने गुरु द्रोणाचार्य एवं शिष्य एकलव्य, गुरु श्रीकृष्ण एवं शिष्य अर्जुन की कथा छात्र-छात्राओं को सुनाई । स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी रोरी तिलक से अपने गुरुजनों शिक्षकों का सम्मान किया ।