◽️दुनियाभर में नहीं बिकेगी कोरोना वैक्सीन.

कंपनी की ओर से बताया गया कि उसने वैक्सीन को वापस लेने से जुड़ी प्रक्रिया शुरू कर दी है. कंपनी के हवाले से यह भी बताया गया कि मांग में गिरावट की वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है. 

“.कोरोना महामारी के बाद कई कोविड-19 वैक्सीन बनाई गई हैं. ऐसे में दवा बाजार में अपडेटेड वैक्सीन भी उपलब्ध हैं.” एस्ट्राजेनेका का कहना है कि बाजार में पहले से कई टीका हैं, इसलिए उसकी वैक्सजेवरिया वैक्सीन की मांग में कमी देखी गई है. यही वजह है कि उसे अब न तो मैन्युफैक्चर किया जा रहा है और न ही उसकी सप्लाई हो रही है.

ब्लड क्लॉट का खतरा- कंपनी का कबूलनामा

कुछ दिनों पहले एस्ट्राजेनेका ने पहली बार अदालती दस्तावेजों में स्वीकार किया कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में विकसित उसका टीका दुर्लभ और गंभीर ब्लड क्लॉट का खतरा पैदा कर सकता है. हालांकि, वैक्सीन के गड़बड़ होने की खबरों के बीच हेल्थ एक्सपर्ट्स की तरफ से कहा गया था कि वैक्सीन के फायदे अधिक और नुकसान बेहद कम हैं. ऐसे में कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. वैक्सीन सुरक्षित है और जिसे साइड इफेक्ट होने थे, वे वैक्सीनेशन के बाद ही हो गए होंगे. 

इंडिया में Covishield नाम से जानी जाती है एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन