भागवत कथा में उमड़ा जनसैलाब

भागवत कथा श्रवण करने से ही भक्ति प्राप्त होती है रसराज दासजी महाराज

पोद्दार कॉलोनी में आयोजित श्रीमद भागवतम कथा के प्रथम दिवस में संत श्री रसराज दास महाराज जी ने भागवत महात्मय का बर्णन करते हुए कहा कि कल्याण का सबसे सहज साधन यदि कोई है तो वह भागवत कथा है. उन्होंने कहा की भागवत जी के माध्यम से सूत जी ने मनुष्य के जीवन की सभी समस्याओ से सम्बंधित सारी जिज्ञासाओं का समाधान कर दिया है, संत के पास सभी समस्याओं का समाधान है, संसार में जो रोग दवा से नहीं मिटता वह संत कृपा से ठीक हो जाता है. भक्ति जिस जीव पर कृपा करती है भगवान बिना विचार किए उसके दरवाजे पर चले आते हैं. भागवत कथा श्रवण करने मात्र से ही भक्ति प्राप्त हो जाती है, भक्ति का चमत्कार ही है की भगवान् श्री राम अवध को छोड़कर शबरी की कुटिया पर गए और गिद्धराज जटायु पर कृपा की. महाराज जी ने बताया की जो अपने माता पिता की सेवा नहीं करते वह नरक में जाता है, माता-पिता की सेवा सच्चे मन से करने पर भगवान् प्रसन्न होकर कृपा करते हैं. इस युग में संस्कार विहीन संतान अपने पूज्यजनों की उपेक्षा कर नाना प्रकार के व्यसनों में लिप्त पाप के भागी बने हुए हैं. पिता को चाहिए की अपने बच्चों को शुरू से ही संस्कार दें, उन्हें हनुमान चालीसा का पाठ करवाना चाहिए, उन्हें भगवान् की कथा सुनानी चाहिए तभी हम एक सुंदर परिवार और अच्छे समाज का निर्माण कर सकेंगे. कथा में सागर की महापौर संगीता सुशील तिवारी ने महाराज जी का फूलमाला से स्वागत कर आशीर्वाद लिया.