लापता जनप्रतिनिधियों की तलाश में निकली कांग्रेस, पुलिस की चौकसी में गूंजा ‘रघुपति राघव राजा राम’
सागर।
शहर में अतिक्रमण हटाओ मुहिम तो चल रही है, पर जनप्रतिनिधि हट गए हैं — ऐसा नज़ारा शायद पहली बार देखने को मिला। जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश जाटव के आव्हान पर कांग्रेसजनों और आम नागरिकों ने आज शहर में ‘लापता सांसद, विधायक और महापौर’ की तलाश अभियान चलाया।
लोग होटल सागर सरोज से लेकर विधायक निवास तक शंकर झालर बजाते हुए पहुँचे — मानो कोई धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि ‘जनप्रतिनिधि खोजो’ रैली हो। शहर की दीवारें “लापता” पोस्टरों से पटी पड़ी थीं, और पुलिस की मौजूदगी ने माहौल में उतना ही तनाव घोल दिया जितना इन दिनों बुलडोज़र धूल उड़ा रहे हैं।
लापता नेताओं की खोज में जब कांग्रेसजनों को कोई नहीं मिला, तो उन्होंने वहीं खड़े होकर “रघुपति राघव राजा राम, पत्थर पर बुलडोजर ना मारो श्रीराम” गा डाला — बापू की आत्मा भी शायद सुन रही होगी।
कार्यक्रम के समापन से पहले ही विधायक शैलेंद्र जैन अचानक प्रकट हुए — मानो किसी फिल्म का क्लाइमेक्स चल रहा हो। कांग्रेस अध्यक्ष महेश जाटव ने मौके पर उन्हें घेरते हुए पूछा, “त्योहारों के वक्त गरीबों के घरों पर बुलडोज़र क्यों चलाए जा रहे हैं?”
जवाब में विधायक महोदय के चेहरे पर वो ही सन्नाटा था, जो हाल में तोड़ी गई दुकानों पर पसरा है।
जाटव ने तीखा तंज कसा — “विकास के नाम पर विनाश नहीं चाहिए, और अनुपस्थिति के नाम पर मौन नहीं चलेगा।”
मौके पर अतिक्रमण से प्रभावित परिवार अपने कागज़ों के साथ खड़े थे — जैसे विकास की फाइलें नहीं, अपने उजड़े घरों की कहानी लेकर आए हों। जिनु भाईजान से लेकर नरेश बोहत, एडवोकेट शुभम कुर्मी, खेलन सिंह ठाकुर, गुलजार भाईजान तक — सबकी आवाज़ में एक ही सवाल गूंजा, “जनप्रतिनिधि आखिर हैं कहाँ?”
















