मनरेगा पर सियासी संग्राम

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजना “मनरेगा” महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलने के विरोध में जिले के समस्त ब्लॉकों में विरोध प्रदर्शन जिला कांग्रेस कमेटी सागर ग्रामीण के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह मुहासा के आह्वान पर किया गया।

सागर जिला के कांग्रेस के चौबीस ब्लॉकों में कांग्रेस द्वारा मनरेगा के नाम बदलने के विरोध में प्रदर्शन किया गया।

इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सागर ग्रामीण भूपेंद्र सिँह मुहासा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदलना सबसे महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी कानून से महात्मा गांधी के नाम और मूल्यों को मिटाने की सुनियोजित राजनीतिक साजिश है। इस योजना में राज्यों पर हिस्सेदारी का बोझ डालकर केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है। यह बदलाव केंद्र सरकार द्वारा जनता के काम के कानूनी अधिकार को ही समाप्त करता है।

जिले के बीना विधानसभा के बीना एवं खिमलासा, खुरई विधानसभा के खुरई एवं मालथोन, सुरखी विधानसभा के जैसीनगर,बिलहरा सुरखी, देवरी विधानसभा के देवरी गौरझामर महाराजपुर केसली, रहली विधानसभा के रहली, शाहपुर एवं गढ़ाकोटा, नरयावली विधानसभा के मकरोनिया कर्रापुर एवं नरयावली,बंडा विधानसभा के शाहगढ़ बंडा सहित कांग्रेस के समस्त ब्लाकों में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया।

जिला कांग्रेस कमेटी सागर ग्रामीण मीडिया प्रभारी आशीष ज्योतिषी ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम से भी दिक्कत है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शासन में देश के करोड़ों लोगों को 100 दिन की रोजगार की गारंटी देने का कांग्रेस द्वारा काम किया गया था जिसमें 100% राशि केंद्र सरकार मुहैया करती थी। योजना का नाम बदलने के साथ ही इसकी मूल मंशा रोजगार की गारंटी को ही समाप्त कर देने की भाजपा की साजिश है ।