सागर जिले में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि आम नागरिक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि जिस वक्त सख़्त कार्रवाई की ज़रूरत थी, उस वक्त मंत्री और विधायक चुप्पी साधे नज़र आए। ऐसे हालात में अब भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी को अपराध और अपराधियों की रोकथाम के लिए स्वयं आगे आना पड़ा।
बुधवार को जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी ने पुलिस अधीक्षक विकास सहवाल से भेंट कर जिले की बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर गंभीर चर्चा की। चर्चा इसलिए नहीं कि हालात सामान्य हैं, बल्कि इसलिए कि अपराध लगातार बढ़ रहे हैं और पुलिसिंग पर सवाल उठने लगे हैं।
श्याम तिवारी ने जिले भर में पुलिस गश्त बढ़ाने, सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस बल की तैनाती और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बढ़ती आपराधिक घटनाओं से जनता में भय का माहौल बन गया है और अगर समय रहते सख़्ती नहीं दिखाई गई तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
माता मढ़िया क्षेत्र में हुई घटना को लेकर उन्होंने शेष आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की, यह कहते हुए कि अपराधियों को खुली छूट का संदेश नहीं जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि बड़े घटनाक्रमों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मौके पर मौजूदगी ज़रूरी है, ताकि जनता को यह अहसास हो सके कि प्रशासन सिर्फ़ फाइलों में नहीं, बल्कि ज़मीन पर भी सक्रिय है।
जब जनप्रतिनिधियों की भूमिका सवालों के घेरे में है, तब भाजपा जिला अध्यक्ष का यह कदम साफ़ संकेत देता है कि अपराध की बढ़ती आग को बुझाने के लिए अब संगठन को आगे आना पड़ा है। अब सवाल यह है कि क्या यह पहल केवल बैठक तक सीमित रहेगी या फिर अपराधियों पर वास्तव में शिकंजा कसेगा?
















