जब जनसेवा बनी जीवनदान

हर व्यक्ति के मन में निस्वार्थ सेवाभाव होना जरूरी है, तभी वह समाज एवं राष्ट्र की सच्ची सेवा कर सकता है। मेरा सच्चा पुरस्कार वह स्वस्थ बच्चा है जो किडनी की गंभीर बीमारी के इलाज के बाद स्वस्थ होकर अपने परिवार में वापस लौट आया। यह मेरा मानवीय कर्तव्य है जिसका निर्वहन मैं सदैव सच्चे मन से करता रहूंगा।

उक्त उद्गार नरयावली विधायक इंजी.प्रदीप लारिया ने सिरोंजा में सरपंच रूपनारायण राजपूत द्वारा आयोजित किए गए “दीवारी मिलन कार्यक्रम” में नागरिक सम्मान प्राप्त होने पर भावुक मन से अभिव्यक्त किये।

वाक्या गत वर्ष की मानवीय संवेदनाओं से जुड़ा हुआ है, जब सिरोंजा गांव का 24 वर्षीय मोहित ठाकुर किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण परिजन अपने बच्चे की जीवन रक्षा कर पाने में असमर्थ थे। परिजन अपने बच्चे के दर्द को देखकर तिल-तिल घुट रहे थे। ऐसे मुश्किल हालात में सिरोंजा सरपंच अपने गांव के बच्चे की पीड़ा लेकर पीड़ित परिवार के साथ नरयावली विधायक श्री लारिया के पास पहुंचे थे। विधायक लारिया ने बच्चों की पीड़ा और परिवार के हालातों को देखते हुए निस्वार्थ एवं सजग प्रयासों से मोहित ठाकुर के किडनी इलाज के लिए 5 लाख रु.की सहायता राशि स्वीकृत कराई थी। उस सहायता राशि से सफल इलाज होकर मोहित स्वस्थ हो गया है।

सिरोंजा गांव के मददगार परिवारों ने भी मोहित ठाकुर के किडनी इलाज के लिए अपनी यथाशक्ति धन संग्रह कर मदद की मिसाल पेश की थी।

सिरोंजा गांव विधायक लारिया के समर्पित प्रयासों व की गई मदद के लिए अपने अंतर्मन में उनका आभार व सम्मान व्यक्त करने के लिए आतुर थे। इसी उपलक्ष्य में “दिवारी मिलन कार्यक्रम” आयोजित कर विधायक श्री लारिया का नागरिक सम्मान किया गया। विधायक लारिया ने इस अवसर पर समस्त उपस्थितों को हार्दिक आभार व्यक्त कर अभिनंदन किया।