अटल पार्क परिसर सागर में राहगीरी कार्यक्रम के अंतर्गत निःशुल्क विशेष इंटीग्रेटेड योग शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ वेदमंत्रोच्चारण के साथ मुख्य योग शिक्षक मनोज जैन एवं भगत सिंह योगाचार्य, राज्य प्रभारी पतंजलि योग समिति मध्यप्रदेश (पूर्व) ने किया।
प्रथम सत्र में मनोज जैन ने उपस्थित योग साधकों को यौगिक जॉगिंग, सूर्य नमस्कार, विविध आसन, प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास कराते हुए बताया कि योग केवल शरीर को तंदुरुस्त रखने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह मन, बुद्धि और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने का माध्यम है। नियमित योगाभ्यास से न केवल तनाव, अनिद्रा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं दूर होती हैं बल्कि व्यक्ति में शांति, स्फूर्ति और एकाग्रता की वृद्धि होती है।
द्वितीय सत्र में भगत सिंह योगाचार्य ने योग दीपावली पर्व के अवसर पर योग, आयुर्वेद, जैविक आहार, स्वदेशी उत्पाद, परंपरागत चिकित्सा पद्धति तथा भारतीय शिक्षा बोर्ड जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है, जो जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन, अनुशासन और सकारात्मकता का संचार करती है। दीपावली जैसे पर्व के समय आत्मशुद्धि, सात्त्विक आहार, और यौगिक साधना के माध्यम से शरीर और मन की आभा को प्रकाशित करना ही वास्तविक “योग दीपावली” है।
योगाचार्य ने यह भी कहा कि योग, प्राणायाम और ध्यान का वैज्ञानिक आधार आज विश्वभर में स्वीकार किया जा चुका है। योग व्यक्ति को आत्मबल, रोगमुक्ति और जीवन में समरसता प्रदान करता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि प्रत्येक नागरिक प्रतिदिन कम से कम एक घंटा योग के लिए अवश्य निकालें, ताकि “स्वस्थ भारत – सशक्त भारत” का संकल्प साकार हो सके।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुनील पॉल, रमेश चौधरी, रामस्वरूप जायसवाल, रघुराज सेन, के.एस. ठाकुर, आदित्य सिंह, आराध्या, अदिति, काशीराम कोरी, महेश पॉल, दिनेश दुबे, मंजू साहू सहित अनेक शिक्षक एवं योग साधक भाई-बहिन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन “सर्वे भवन्तु सुखिनः” मंगलमंत्र के साथ हुआ।












