विश्व हृदय दिवस 2025
वैश्विक परिप्रेक्ष्य में हृदय स्वास्थ्य
29 सितंबर को मनाया जाने वाला विश्व हृदय दिवस हमें हृदय रोगों के प्रति जागरूक करता है और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा देता है। आइए जानते हैं कि दुनिया भर में हृदय रोगों की स्थिति कैसी है और विभिन्न देशों में हृदय उपचार की क्या स्थिति है।
◾️वैश्विक हृदय रोग स्थिति
वैश्विक मृत्यु दर: 2023 में हृदय रोगों ने वैश्विक स्तर पर कुल 19.2 मिलियन मौतों का कारण बनीं, जो कुल मौतों का लगभग एक-तिहाई हैं।
◾️डाटा
कम आय वाले देशों में अधिक प्रभाव: हृदय रोगों से होने वाली 80% से अधिक मौतें कम और मध्यम आय वाले देशों में होती हैं।
◾️विभिन्न देशों के अनुसार हृदय रोग स्थिति
भारत: भारत में हृदय रोगों की दर तेजी से बढ़ रही है। 2023 में, भारत में हृदय रोगों के कारण होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि देखी गई।
❤️ संयुक्त राज्य अमेरिका: 2022 में कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण लगभग 3.7 लाख मौतें हुईं।
❤️रूस: रूस में हृदय रोगों से होने वाली मौतों की दर उच्चतम है, जो प्रति 100,000 में 241 है।
◾️हृदय उपचार की स्थिति
उपचार में असमानता: उच्च आय वाले देशों में हृदय रोगों के उपचार में प्रगति देखी गई है, जबकि कम आय वाले देशों में उपचार की सुविधाओं की कमी है।
आवश्यक दवाओं की उपलब्धता: कुछ देशों में इस्कीमिक हृदय रोग, स्ट्रोक और हाइपरटेंसिव हृदय रोग के उपचार के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सीमित है, जिससे मृत्यु दर में वृद्धि हो रही है।
❤️ स्वस्थ हृदय के लिए सुझाव
1.संतुलित आहार: फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन शामिल करें।
2.नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट हल्की से मध्यम व्यायाम करें।
3.धूम्रपान और शराब से दूरी: ये हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं।
4.तनाव प्रबंधन: योग, ध्यान और पर्याप्त नींद लेना जरूरी है।
5.स्वास्थ्य जांच: नियमित चेक-अप से समय पर हृदय रोग का पता लगाया जा सकता है।
◾️विश्व हृदय दिवस का उद्देश्य
जागरूकता बढ़ाना: लोगों को हृदय रोगों के लक्षण और उनके जोखिमों के बारे में बताना।
स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करना: नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और तनाव प्रबंधन।
निवारक कदम उठाना: समय पर स्वास्थ्य जांच और रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल व शुगर स्तर की निगरानी।
हर मिनट की कीमत है: हार्ट अटैक में देर नहीं, फैसले जरूरी हैं
भारत में हृदयघात अब केवल बुजुर्गों की बीमारी नहीं रहा। युवा, कामकाजी लोग – जो एक समय में खुद को फिट मानते हैं – आज अचानक हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। विश्व हृदय दिवस का यही उद्देश्य है – लोगों को दिल की सेहत के प्रति जागरूक करना, ताकि समय रहते जीवन बचाया जा सके।
हृदयघात या हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय को रक्त पहुंचाने वाली कोरोनरी नसों में रुकावट आ जाती है। यह रुकावट प्लाक या थक्के के कारण होती है और परिणामस्वरूप दिल की मांसपेशियों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। यह प्रक्रिया इतनी तेजी से होती है कि अगर समय रहते इलाज न मिले, तो दिल की मांसपेशियां हमेशा के लिए क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
लक्षणों को नजरअंदाज करें तो सीने में दबाव, भारीपन, जलन या दबाव आमतौर पर अनुभव होता है। यह दर्द अक्सर हाथ, जबड़े, गर्दन या पेट तक फैल सकता है। साथ में पसीना आना, सांस फूलना, चक्कर आना या अचानक घबराहट जैसे लक्षण भी देखे जाते हैं। महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण कुछ अलग हो सकते हैं – जैसे असामान्य थकावट या अपच जैसा अहसास।
सबसे बड़ी चुनौती यह है कि लोग इन लक्षणों को गंभीरता से नहीं लेते। वे अक्सर इसे गैस, थकान या तनाव समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं। इसी चूक की वजह से जान का खतरा बढ़ जाता है।
यह समझना जरूरी है कि हार्ट अटैक के इलाज में हर मिनट कीमती होता है। चिकित्सकीय भाषा में इसे ‘गोल्डन आवर’ कहा जाता है – यानी अगर 60 से 90 मिनट में सही इलाज मिल जाए, तो दिल को बचाया जा सकता है। अस्पताल में समय पर पहुंचकर थ्रॉम्बोलिटिक दवाओं और अन्य एंजियोप्लास्टी के माध्यम से स्टेंट डालकर प्रभावित धमनियों को फिर से खोला जा सकता है।
रोकथाम के उपाय उतने ही सरल हैं, जितने जरूरी। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, धूम्रपान से दूरी, तनाव पर नियंत्रण और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच – ये सभी कदम हृदय को सुरक्षित रखते हैं। खासकर वे लोग जो लंबे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा या पारिवारिक हृदय रोग के इतिहास से ग्रस्त हैं – उन्हें सतर्क रहना और डॉक्टर से नियमित सलाह लेनी चाहिए।
विश्व हृदय दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि एक मौका है – हमें याद दिलाने का कि दिल की सेहत जीवन की बुनियाद है। एक स्वस्थ दिल, एक लंबी और खुशहाल जिंदगी की कुंजी है।
जीवन की हर रफ्तार में दिल की धड़कन खो न जाए, इसलिए इस विश्व हृदय दिवस पर खुद से वादा करें कि दिल की हर धड़कन को गंभीरता से लेंगे, उन्हें सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
डॉ. मधुर जैन (MBBS, MD, DrNB Cardiology)
हृदय रोग विशेषज्ञ
भाग्योदय तीर्थ हॉस्पिटल, सागर
◾️पूर्व चिकित्सक – नानावटी अस्पताल मुंबई, जयदेवा अस्पताल बेंगलोर, एम्स भोपाल















