बुंदेलखंड की सांस्कृतिक विरासत का जादू

नरयावली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भापेल में बाबा फूलनाथ मंदिर पर लगभग 300 वर्षों से लगने वाला फुलेर मेला सागर जिले में ही नहीं बल्कि संपूर्ण बुंदेलखंड के मेलों के आगाज का प्रतीक है। कहते हैं भापेल के फुलेर मेला के बाद ही अन्य स्थानों पर मेले की शुरुआत होती है।

नरयावली विधानसभा क्षेत्र के विधायक इंजी.प्रदीप लारिया विगत 17 वर्षों से इस महोत्सव के माध्यम से बुंदेलखंड की सांस्कृतिक विरासत और लोक कलाओं का संरक्षण और बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष बुंदेली लोकनृत्य दिवारी महोत्सव का आयोजन करते आ रहे हैं।

गुरुवार को इस नृत्य प्रतियोगिता आयोजन में हजारों की संख्या में क्षेत्र व आसपास के गणमान्यजन की उपस्थिति ने इसे महोत्सव का स्वरूप प्रदान किया।

बुंदेली लोकनृत्य दिवारी महोत्सव में क्षेत्र भर से 39 नृत्य मंडलियों ने शामिल होकर बाबा फूलनाथ के फुलेर मेला की कीर्ति का मान बढ़ाते हुए मनमोहक प्रस्तुतियों से हजारों दिलों में लोक संस्कृति और विलुप्त हो रही लोक कला विधाओं के महत्व को जीवंतता प्रदान करते हुए उपस्थितों को मंत्रमुग्ध और अभिभूत किया।

विधायक श्री लारिया ने सभी मंडलियों को प्रदर्शन क्रम अनुसार सराहना कर पुरस्कृत किया।

इस अवसर पर विधायक लारिया ने विधायक निधि से भापेल नीलकंठ मंदिर पर चबूतरा पर छत निर्माण के लिए 3 लाख एवं 17.25 लाख रू. की राशि से फुलेर घाट निर्माण का लोकार्पण एवं 2.50 लाख रू. की राशि से संत रविदासदास प्रांगण में चबूतरे पर छत निर्माण का भूमिपूजन किया।

इस अवसर पर विधायक श्री लारिया ने कहा कि विधानसभा के भापेल फूलनाथ बाबा का फुलेर मेला विगत 300 वर्षों से क्षेत्र की सुख समृद्धि का प्रतीक है। उनकी असीम कृपा से विधानसभा का चहुंमुखी विकास हो रहा है। इस महोत्सव के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने का सक्षम प्रयास जारी रहेगा। उन्होंने इस आयोजन में हजारों लोगों की उपस्थिति पर आभार व्यक्त कर अभिनंदन किया।

सांसद डाॅ.लता वानखेड़े ने विधायक प्रदीप लारिया के लोक कलाओं के संवर्धन के प्रयासों की सराहना कर नृत्य मंडलियों को प्रोत्साहित किया।