सागर : मातृ दिवस पर आईं जिले से दो बड़ी खबरें

कलेक्टर संदीप जी आर सागर जिले में लगातार नव प्रयोग करते हुए जिले वासियों को सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं इसी परिप्रेक्ष्य में कलेक्ट्रेट कार्यालय के भूतल पर जनसुनवाई में आने वाली महिला आवेदकों एवं कार्यरत महिला अधिकारियों, कर्मचारियों के बच्चों की खुशहाली के लिए कलेक्ट्रेट में सुसज्जित आंचल कक्ष का संचालन आरंभ किया है.

इस आंचल कक्ष में माताओं की गोद मे खेलने वाले बच्चे उनकी व्यस्तता के दौरान यहां यशोदा मैया के साथ खेल खेल में अपना समय व्यतीत करेंगे और उनकी माताएं अपना दायित्व बेहिचक निर्वाह कर जिले वासियों को प्रशासनिक सुविधा उपलब्ध करती रहेगी।

इस सुविधा से प्रशासनिक कार्य प्रभावित भी नहीं होगा। यहां आगंतुक बच्चों की माताएं निर्बाध रूप से अपने नौनिहाल को स्तनपान भी करा सकेगी।

इस कक्ष में बाल खेल सामग्री के साथ साथ आकर्षक बाल शिक्षा पेंटिंग (BALA) भी प्रदर्शित की गई है। इस कक्ष में बच्चों की देखभाल के लिए यशोदा मैया के रूप में एक महिला कर्मचारी भी तैनात रहेगी।


कलेक्टर के इस नवाचार से कलेक्ट्रेट में पदस्थ महिला अधिकारी कर्मचारियों के साथ साथ यहां गोद में बच्चों को लेकर आने वाली मैदानी महिला कर्मियों एवं विभिन्न महिला आवेदक जो छोटे बच्चों को लेकर आती हैं उन्हें सुविधा मिलेगी और वह अपना कार्य आसानी से कर सकेगी।


बाघिन राधा बनी मां

मध्यप्रदेश के सबसे बडे टाइगर रिजर्व वीरांगना रानी दुर्गावती (नौरादेही) टाइगर रिजर्व से बडी खुशखबरी मिल रही है। यहां एक बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया है।

टाइगर रिजर्व प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार शावक 15 से 20 दिन के प्रतीत हो रहे हैं और चारों स्वस्थ नजर आ रहे हैं।

शावकों की सुरक्षा के लिहाज से निगरानी बढा दी गयी है। इन चार नए शावकों के बाद नौरादेही टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 23 पहुंच गयी है। खास बात ये है कि मदर आफ नौरादेही कही जाने वाली बाघिन राधा अब नानी बन गयी है। बाघिन राधा की पहली संतान ने दोबारा 4 बच्चों को जन्म दिया है।

बाघिन N-112 ने दोबारा दिया चार बच्चों को जन्म 

नौरादेही टाइगर रिजर्व से कई दिनों बाद बडी खुशखबरी मिली है। जहां मदर आफ नौरादेही कही जाने वाली बाघिन राधा की पहली संतान बाघिन N-112 ने चार शावकों को जन्म दिया है। जिनका फोटोग्राफ नौरादेही टाइगर रिजर्व की सर्च टीम ने खींचा है। चारों शावक फिलहाल 15-20 दिन के नजर आ रहे हैं और स्वस्थ बताए जा रहे हैं। नौरादेही टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने सुरक्षा के लिहाज से आसपास निगरानी बढा दी है। फिलहाल जहां बाघिन N -112 अपने शावकों के साथ नजर आ रही है। वहां गश्ती के साथ-साथ सुरक्षा बढा दी गयी है। जो लगातार निगरानी कर रही है। ये दूसरा मौका है, जब N -112 ने एक साथ चार शावकों को जन्म दिया है। N-112 ने पहली बार चार बच्चों को जन्म दिया है। जिनमें से तीन बाघिन और एक बाघ है। जहां तक बाघिन N -112 की बात करें, तो बाघिन राधा ने पहली बार नौरादेही में 2019 में तीन शावकों को जन्म दिया था। जिनमें दो मादा और एक नर था।

क्या कहना है प्रबंधन का 

नौरादेही टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर डाॅ ए ए अंसारी का कहना है कि कुछ दिन पहले हमारे गश्ती दल को कुछ शावक नजर आए थे। पहले तो हम लोगों को विश्वास नहीं हुआ, लेकिन गश्ती दल से अच्छे से जानकारी लेने पर हमनें एक रेंजर के नेतृत्व में एक सर्च टीम को गठित किया। हमारी सर्च टीम हाथियों के साथ रवाना हुआ और तलाशी अभियान में बाघिन N-112 अपने चार शावकों के साथ नजर आई। हमारी सर्च टीम ने ही बाघिन N -112 का अपने शावकों के साथ फोटोग्राफ लिया है। ये शावक 15-20 दिन के नजर आ रहे हैं। इसके पहले N -112 ने जो चार शावकों को जन्म दिया था। जो करीब 22 महीने तक N -112 के साथ ही रहे। जैसे ही पहली बार जन्मे बच्चे अलग हुए, तो बाघिन N -112 ने एक बार फिर चार शावकों को जन्म दिया है। बाघों की कुल संख्या के बारे में डिप्टी डायरेक्टर अंसारी का कहना है कि शावकों को हम गणना में शामिल नहीं करते हैं। लेकिन अगर देखा जाए, तो अब बाघों की संख्या नौरादेही में 23 हो गयी है।